Vikrant Shekhawat : Sep 11, 2021, 02:41 PM
खेल: जापान की राजधानी टोक्यो में हुए ओलंपिक खेलों में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा भले ही अपनी उपलब्धि के बाद चर्चा का विषय बन गए हों, लेकिन हरियाणा का यह खिलाड़ी अभी भी जमीन से जुड़ा हुआ ही दिखाई देता है। ओलंपिक में करोड़ों भारतीयों की उम्मीदों पर खरा उतरने वाले नीरज का शनिवार की सुबह एक और सपना सच हो गया, जब उन्होंने पहली बार अपने माता-पिता को फ्लाइट की यात्रा करवाई। इस मौके पर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर माता-पिता की तस्वीरें शेयर की हैं।उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां-पापा को पहली बार फ्लाइट में बैठा पाया। सभी की दुआ और आशीर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा।' बता दें कि नीरज ने पिछले महीने ऐलान किया था तबीयत खराब होने और ट्रैवलिंग की वजह से उनकी ट्रेनिंग की शुरुआत नही हो पा रही है, जिसके चलते उनकी टीम ने इस साल का सीजन रोकने का निर्णय लिया है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा था कि वे अगले साल यानी 2022 में एशियाई खेल और कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेंगे।उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था, 'सबसे पहले, मैं टोक्यो से वापस आने के बाद से मिले प्यार और स्नेह के लिए सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं ईमानदारी से देश भर से और बाहर से मिले समर्थन से अभिभूत हूं और आप सभी का आभार व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्दों की कमी है।'बता दें कि नीरज ने ओलंपिक में जैवलिन थ्रो के फाइनल इवेंट में 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर ट्रैक एंड फील्ड में देश को पहला मेडल दिलाया था। नीरज भारत की तरफ से ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले महज दूसरे ही खिलाड़ी हैं। उनसे पहले 2008 के बीजिंग ओलंपिक खेलों में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड मेडल पर निशाना साधा था। खास बात यह है कि नीरज चोपड़ा की ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने की ऐतिहासिक उपलब्धि को वर्ल्ड एथलेटिक्स ने टोक्यो में ट्रैक एवं फील्ड के 10 जादुई पलों में शामिल किया था।