- भारत,
- 29-Apr-2025 08:54 AM IST
India-Pakistan News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। इस तनाव का सीधा असर सीमाओं पर देखने को मिल रहा है, जहां पाकिस्तानी सेना द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं सामने आ रही हैं।
भारतीय सेना ने मंगलवार को बताया कि 28-29 अप्रैल की रात पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, बारामुल्ला और अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की। भारतीय सैनिकों ने इस उकसावे का मुंहतोड़ जवाब दिया और स्थिति को नियंत्रण में रखा।
पाकिस्तान की लगातार उकसावे वाली कार्रवाई
यह सिलसिला नई बात नहीं है। इससे पहले 27-28 अप्रैल की रात भी कुपवाड़ा और पुंछ जिलों के सीमावर्ती इलाकों में इसी तरह से गोलीबारी की गई थी। भारतीय सेना ने उस समय भी अनुशासित और प्रभावी जवाब दिया था। अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि पुलवामा हमले के बाद यह सबसे घातक आतंकी हमला है, जिसने दोनों देशों के बीच संबंधों में गहरी खटास ला दी है।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान ने फरवरी 2021 में संघर्ष विराम समझौते पर सहमति जताई थी, जिसके बाद सीमा पर अपेक्षाकृत शांति बनी रही थी। लेकिन हाल के हमलों ने इस समझौते की स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पहलगाम में निर्दोषों पर कहर
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में उस समय हाहाकार मच गया जब छुट्टियां मना रहे 26 निर्दोष लोगों को आतंकवादियों ने गोलियों से भून दिया। मरने वालों में 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक शामिल थे। जांच में सामने आया कि हमलावरों ने पीड़ितों की धार्मिक पहचान जानने के बाद उन्हें निशाना बनाया। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस भयावह हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है।
भारत का सख्त रुख
इस आतंकी घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाने की घोषणा की है। इनमें सिंधु जल संधि को स्थगित रखने पर विचार और विभिन्न कूटनीतिक कार्रवाइयां शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि आतंकियों और उनके संरक्षकों को करारा जवाब दिया जाएगा।
इसके अलावा, भारत ने अटारी-बाघा बॉर्डर को भी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। यह कदम दोनों देशों के बीच तनाव की गंभीरता को दर्शाता है।
भविष्य की राह
विशेषज्ञों का मानना है कि पहलगाम हमला भारत की सुरक्षा नीति में एक निर्णायक मोड़ ला सकता है। सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है और खुफिया एजेंसियों को आतंकियों की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया गया है। आने वाले दिनों में भारत अपने कूटनीतिक और सैन्य विकल्पों का आकलन करते हुए आगे की रणनीति तय करेगा।
यह स्पष्ट है कि भारत अब किसी भी आतंकी हरकत के प्रति सहनशील नहीं रहेगा। क्षेत्रीय और वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशें भी तेज की जाएंगी।