Zee News : Apr 23, 2020, 02:46 PM
हर्षद पाटिल, पालघर: महाराष्ट्र में पालघर के गडचिंचले गांव में दो साधु और एक ड्राइवर की मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) के मामले की जांच में जुटी पुलिस और सीआईडी को शक है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गांव के कई सारे लोग पास के जंगलों में छिपे हुए हैं। पुलिस ने अब ड्रोन के जरिए इन लोगों की खोज शुरू कर दी है।
इसके साथ अभी भी गडचिंचले गांव में 150-200 तक पुलिस के जवान तैनात हैं, जो गांव के लोगों की हरकतों पर नजर रख रहे हैं और ये भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हत्याकांड में शामिल बाकी लोग कहां पर छिपे हैं। महाराष्ट्र पुलिस 300 से ज्यादा आरोपियों की तलाश ड्रोन की मदद से कर रही है। पुलिस इस मामले में 101 लोगों को पहले ही पकड़ चुकी है।
बता दें कि 16 अप्रैल को पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की निर्मम हत्या की गई थी। इस मामले में हुई एफआईआर में 5 आरोपियों की पहचान की गई है। इनमें जयराम भावर, महेश सीताराम रावते, गणेश देवजी राव, रामदास रूपजी असारे और सुनील सोमजी रावते, शामिल हैं। इन पर धारा 302 हत्या, 120(बी), 427, 147, 148, 149 और 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इसके साथ अभी भी गडचिंचले गांव में 150-200 तक पुलिस के जवान तैनात हैं, जो गांव के लोगों की हरकतों पर नजर रख रहे हैं और ये भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हत्याकांड में शामिल बाकी लोग कहां पर छिपे हैं। महाराष्ट्र पुलिस 300 से ज्यादा आरोपियों की तलाश ड्रोन की मदद से कर रही है। पुलिस इस मामले में 101 लोगों को पहले ही पकड़ चुकी है।
बता दें कि 16 अप्रैल को पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की निर्मम हत्या की गई थी। इस मामले में हुई एफआईआर में 5 आरोपियों की पहचान की गई है। इनमें जयराम भावर, महेश सीताराम रावते, गणेश देवजी राव, रामदास रूपजी असारे और सुनील सोमजी रावते, शामिल हैं। इन पर धारा 302 हत्या, 120(बी), 427, 147, 148, 149 और 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है।