Hardik Pandya News: इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही 5 मैचों की टी20 सीरीज में भारतीय टीम फिलहाल 2-1 से आगे है। हालांकि, तीसरा मुकाबला भारतीय टीम के लिए निराशाजनक रहा, जहां उसे 26 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या ने टीम के लिए सबसे बड़ा स्कोर बनाया, लेकिन उनकी धीमी बल्लेबाजी ने टीम की हार में अहम भूमिका निभाई।
हार्दिक पंड्या की कमजोरी बनी टीम के लिए खतरा
हार्दिक पंड्या ने इस मैच में 35 गेंदों का सामना किया और 114.28 की स्ट्राइक रेट से मात्र 40 रन बनाए। उनकी इस पारी में केवल 1 चौका और 2 छक्के शामिल थे। उनकी सबसे बड़ी कमजोरी एक बार फिर स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ सामने आई। पंड्या इस मैच में स्पिनर्स के खिलाफ एक भी बाउंड्री नहीं लगा सके, जिससे उन पर दबाव बढ़ता चला गया और अंततः वह आउट हो गए।
स्पिनर्स के खिलाफ कमजोर आंकड़े
यह कोई पहला मौका नहीं है जब हार्दिक पंड्या स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष करते नजर आए हों। उनके टी20 इंटरनेशनल करियर के आंकड़े भी यही दर्शाते हैं। उन्होंने स्पिनर्स के खिलाफ कुल 377 गेंदें खेली हैं, जिसमें उन्होंने 43.00 की औसत और 114.05 की स्ट्राइक रेट से 430 रन बनाए हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने स्पिनर्स के खिलाफ 35.28% डॉट गेंदें खेली हैं, जो टी20 फॉर्मेट के लिए चिंताजनक है। इसके अलावा, वह 10 बार स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ आउट भी हुए हैं।
तेज गेंदबाजों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन
स्पिनर्स के मुकाबले तेज गेंदबाजों के खिलाफ हार्दिक पंड्या का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है। उन्होंने तेज गेंदबाजों की 866 गेंदों का सामना करते हुए 152.42 के स्ट्राइक रेट से 1320 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 104 चौके और 70 छक्के निकले हैं। हालांकि, वह तेज गेंदबाजों के खिलाफ 52 बार आउट भी हुए हैं।
टीम के लिए चिंता का विषय
हार्दिक पंड्या आमतौर पर मिडिल ऑर्डर या डेथ ओवर्स में बल्लेबाजी करने आते हैं, जहां टीम को तेज गति से रन बनाने की जरूरत होती है। ऐसे में उनकी धीमी स्ट्राइक रेट और स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ कमजोरी टीम इंडिया के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। अगर भारतीय टीम को आगामी मुकाबलों में बेहतर प्रदर्शन करना है, तो हार्दिक पंड्या को अपनी इस कमजोरी पर काम करना ही होगा।