News18 : Jul 24, 2020, 07:23 AM
बेंगलुरु। देश में जिस समय लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) की जंग लड़ रहे हैं, उस वक्त कुछ सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा आम इंसान को उठाना पड़ रहा है। ऐसी ही एक लापरवाही का मामला बेंगलुरु महानगर पालिका (Bengaluru Mahanagara Palike) के कर्मचारियों की ओर से देखने को मिला। खबर है कि बीबीएमपी के कर्मचारियों ने शुक्रवार को दोमलूर के पास दो फ्लैट के दरवाजे सील कर दिए थे, जिसमें से एक फ्लैट के अंदर एक महिला और उसके दो बच्चे थे। जबकि दूसरे फ्लैट में एक बुजुर्ग दंपति मौजूद थे। इस बात की खबर जैसे की नगर निगम के अधिकारियों को लगी वैसे ही वह हरकत में आ गए और उन्होंने सीलिंग को दोबारा खुलवा दिया।
बताया जाता है कि बेंगलुरु महानगर पालिका की ओर से दोमलूर में गुरुवार को कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद बिल्डिंग को सील किया जा रहा था। खबर है कि बिल्डिंग को सील करने के दौरा जब बेंगलुरु महानगर पालिका के कर्मचारी पहुंचे, तो उन्होंने दो फ्लैट के दरवाजे को ही बाहर से सील कर दिया, जबकि घर के अंदर लोग मौजूद थे। मामला बढ़ता देख बीबीएमसी आयुक्त एन मंजूनाथ प्रसाद को खुद इस पूरे मामले पर खेद जताना पड़ा।बीबीएमपी आयुक्त एन मंजूनाथ प्रसाद ने ट्वीट किया कि उन्होंने सुनिश्चित किया है कि बैरिकेड्स को तुरंत हटा लिया गया। स्थानीय कर्मचारियों ने अति उत्साह में किए गए अपने कार्य पर माफी मांग ली है।गौरतलब है कि कर्नाटक में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरुवार को कर्नाटक में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 75 हजार से अधिक हो गई। देश में संक्रमण के मामले अब 13 लाख के करीब पहुंच चुके हैं, जबकि 30,600 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। पहले एक लाख कोरोना केस आने में 110 दिन लगे थे, जबकि अब तीन दिन में ही एक लाख तक केस पहुंचने लगे हैं।I have ensured removing of this barricades immediately. We are committed to treat all persons with dignity. The purpose of containment is to protect the infected and to ensure uninfected are safe. 1/2 pic.twitter.com/JbPRbmjspK
— N. Manjunatha Prasad,IAS (@BBMPCOMM) July 23, 2020