India-Qatar Relation / PM ने कतर के अमीर का प्रोटोकॉल तोड़कर किया स्वागत, भारत को क्या मिला?

कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी की भारत यात्रा ने दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों को नई ऊंचाई दी। पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका स्वागत किया। व्यापार, ऊर्जा, निवेश और तकनीकी सहयोग पर समझौते हुए। कतर भारत में 10 बिलियन डॉलर निवेश करेगा, जिससे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे।

India-Qatar Relation: भारत और कतर के कूटनीतिक संबंधों की मजबूती का एक और उदाहरण हाल ही में देखने को मिला, जब कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी विशेष अतिथि के रूप में भारत पहुंचे। उनकी इस राजकीय यात्रा ने दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग और आपसी समझ को और गहरा किया।

ऐतिहासिक स्वागत और राजकीय सम्मान

कतर के अमीर की यात्रा की शुरुआत दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए खुद उनका स्वागत किया। उन्होंने शेख तमीम को गले लगाकर उन्हें अपना भाई बताया, जिससे दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का संकेत मिला।

हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी और अमीर के बीच वन-टू-वन मुलाकात हुई, जहां दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ विस्तृत वार्ता हुई। इससे पहले, राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उनके सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन किया गया।

आर्थिक और रणनीतिक सहयोग

भारत और कतर ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों के तहत:

  • कतर भारत में 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 87,000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगा।

  • यह निवेश इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी, मैन्युफेक्चरिंग और फूड सिक्योरिटी के क्षेत्रों में किया जाएगा।

  • दोनों देशों ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया।

  • कतर नेशनल बैंक (QNB) भारत में अपना विस्तार करेगा और गिफ्ट सिटी में ऑफिस खोलेगा।

  • भारतीय UPI को कतर में संचालित करने पर सहमति बनी।

ऊर्जा और व्यापारिक संबंध

भारत की ऊर्जा सुरक्षा में कतर का महत्वपूर्ण योगदान है। भारत अपने कुल LNG आयात का 48% कतर से प्राप्त करता है। 2022-23 में, भारत ने कतर से 10.74 मिलियन मीट्रिक टन LNG का आयात किया था, जिसकी कीमत 8.32 अरब डॉलर थी। इसके अलावा, कतर भारत का सबसे बड़ा LPG आपूर्तिकर्ता भी है।

कतर से भारत द्वारा आयातित अन्य प्रमुख उत्पाद:

  • एथिलीन, प्रोपलीन, अमोनिया, यूरिया और पॉली-एथीलीन।

  • भारत, कतर को चावल, गेहूं, फल और डेयरी उत्पाद निर्यात करता है।

प्रवासी भारतीयों की भूमिका

कतर में लगभग 8.35 लाख प्रवासी भारतीय कार्यरत हैं, जो कतर की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और हर साल लगभग 3500 करोड़ रुपये भारत भेजते हैं। साथ ही, कतर में 15,000 से अधिक भारतीय कंपनियां सक्रिय हैं।

कतर और भारत के बढ़ते रणनीतिक संबंध

कतर न केवल भारत के लिए ऊर्जा और निवेश का एक प्रमुख स्रोत है, बल्कि वैश्विक कूटनीति में भी इसकी भूमिका अहम है। कतर में कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होती है, चाहे वह तालिबान संकट हो, इजरायल-हमास संघर्ष या भारत-अफगानिस्तान संबंध।

प्रधानमंत्री मोदी और अमीर शेख तमीम की इस मुलाकात ने भारत और कतर के बीच बढ़ते सहयोग को और मजबूती दी है। इससे न केवल आर्थिक संबंध प्रगाढ़ हुए हैं, बल्कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और रणनीतिक साझेदारी भी नई ऊंचाइयों पर पहुंची है।

निष्कर्ष

कतर और भारत के संबंध केवल व्यापार और ऊर्जा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे प्रवासी भारतीयों, सांस्कृतिक सहयोग और वैश्विक कूटनीति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को और सुदृढ़ करने में एक अहम मील का पत्थर साबित हुई है।