Pahalgam Terror Attack / हमले के बाद पहली बार जनता के बीच जाएंगे PM मोदी, नही होगा कोई समारोह, फूल-माला से भी परहेज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मधुबनी में 13,500 करोड़ की परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। पहलगाम आतंकी हमले में 26 मौतों के कारण सभी समारोह रद्द किए गए हैं। मोदी जनता को संबोधित करेंगे, आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई का संकेत देंगे। नमो भारत ट्रेन समेत कई परियोजनाएं भी शुरू होंगी।

Pahalgam Terror Attack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों बिहार के मधुबनी जिले के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने 13,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है। यह दौरा पंचायती राज दिवस के अवसर पर निर्धारित था और इसके लिए पहले से भव्य तैयारियां की गई थीं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद समारोह को सादगीपूर्ण रूप में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

समारोह की भव्यता पर विराम, लेकिन विकास का कार्य जारी

पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत ने देश को झकझोर दिया है। इस त्रासदी के चलते प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम अब बिना किसी उत्सव और स्वागत के आयोजित किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री के सहयोगी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि प्रधानमंत्री का दौरा रद्द नहीं किया गया है, लेकिन पहले से तय भव्य स्वागत, रैली और जनसंवाद कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।

आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख संभव

प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर देश को संबोधित करेंगे। यह उम्मीद की जा रही है कि वह आतंकी हमले को लेकर अपनी संवेदनाएं प्रकट करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत देंगे। ललन सिंह ने भी स्पष्ट किया कि यह हमला पड़ोसी देश के इशारे पर किया गया है और भारत इसका जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।

झंझारपुर में परियोजनाओं की सौगात

भारत-नेपाल सीमा के पास स्थित झंझारपुर अनुमंडल में प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया है। इनमें सेमी-हाई-स्पीड रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाना प्रमुख है। यह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को गति देने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

पंचायती राज को सशक्त बनाने की दिशा में कदम

प्रधानमंत्री मोदी देश भर की पंचायती राज संस्थाओं और ग्राम सभाओं से वर्चुअल माध्यम से संवाद कर रहे हैं। यह पहल स्थानीय शासन को और अधिक प्रभावशाली बनाने तथा लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।