Republic Day 2025 / गणतंत्र दिवस पर PM मोदी ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं, जानें क्या बोले

देशभर में आज 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए संविधान के मूल्यों के संरक्षण और सशक्त भारत के निर्माण की कामना की। नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर मुख्य समारोह हो रहा है, जिसमें इंडोनेशिया के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि हैं।

Republic Day 2025: आज देशभर में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस खास अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कामना की कि यह राष्ट्रीय पर्व संविधान के मूल्यों को संरक्षित करते हुए देश को सशक्त और समृद्ध बनाने की दिशा में हमारे प्रयासों को मजबूती प्रदान करे।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, "गणतंत्र दिवस की ढेरों शुभकामनाएं! आज हम अपने गौरवशाली गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर हम उन महान विभूतियों को नमन करते हैं, जिन्होंने हमारा संविधान तैयार किया और हमारे लोकतंत्र की नींव को मजबूत किया।"

कर्तव्य पथ पर भव्य समारोह

राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आयोजित मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह की भव्यता देखते ही बनती है। इस साल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में देश की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया जा रहा है। 26 जनवरी का यह दिन भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और संविधान की महत्ता को दर्शाने वाला है।

मुख्य अतिथि: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति

इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके स्वागत में भारत की विविधता और सैन्य ताकत को शानदार तरीके से प्रदर्शित किया गया। परेड में भारत की सैन्य क्षमता, सांस्कृतिक धरोहर और अद्वितीय परंपराओं का अद्भुत मिश्रण देखने को मिला।

गणतंत्र दिवस का ऐतिहासिक महत्व

भारत को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली, लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत ने स्वयं को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित किया। इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ, जिसने देश को कानून के शासन और नागरिक अधिकारों की मजबूत आधारशिला दी।

76वें गणतंत्र दिवस के इस गौरवशाली अवसर पर, देशवासियों ने एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि वे संविधान की मर्यादा का पालन करेंगे और एक सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देंगे।

इस राष्ट्रीय पर्व पर न केवल भारत की सैन्य ताकत बल्कि उसकी सांस्कृतिक धरोहर और विकास यात्रा की झलक भी देखने को मिली। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस की इस अद्भुत परंपरा ने एक बार फिर देश को एकता, अखंडता और संविधान के प्रति समर्पण का संदेश दिया।