जम्मू-कश्मीर / भारत के रुख से PoK के लोगों में उत्साह, आतंकियों और पाकिस्तानी फौज का विरोध तेज

पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों और आईएसआई के आकाओं के खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है। लिपा वैली में स्थानीय निवासियों ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध शुरू कर दिया है। लिपा वैली आतंकवादियों का एक बड़ा लॉन्च पैड है जहां इस समय भी 20 से ज्यादा आतंकवादी घुसपैठ के इंतजार में बैठे हैं।

Zee News : May 22, 2020, 04:22 PM
नई दिल्ली: पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादियों (Terrorists) और आईएसआई (ISI) के आकाओं के खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है। लिपा वैली में स्थानीय निवासियों ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध शुरू कर दिया है। लिपा वैली आतंकवादियों का एक बड़ा लॉन्च पैड है जहां इस समय भी 20 से ज्यादा आतंकवादी घुसपैठ के इंतजार में बैठे हैं। लिपा उन जगहों में से एक है जहां 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने एलओसी पार कर आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैंपों पर हमले कर उनको तबाह किया था।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन लॉन्च पैड्स पर जमा आतंकवादियों पर भारतीय सेना हमले करती है और उसमें गांव वालों के जानमाल का नुकसान होता है। उनका आरोप है कि पाकिस्तानी सेना सीमा पार गोलाबारी के लिए उनके घरों का इस्तेमाल करती है। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में उनके मकान तबाह हो जाते हैं। निवासियों का ये भी कहना है कि आतंकवादियों की लगातार मौजूदगी की वजह से उनके बच्चों पर बेहद बुरा असर पड़ रहा है। पीओके के लोग काफी लंबे समय से पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों की मौजूदगी का विरोध करते रहे हैं। कोरोना महामारी की शुरुआत में पाकिस्तानी सेना ने पीओके में ही अपने सैनिकों और आतंकवादियों के लिए क्वारंटीन सेंटर्स बनाए थे जिसका पीओके में काफी विरोध हुआ था। हाल में पीओके को लेकर भारत के कड़े रुख से वहां के निवासियों में उत्साह है और वो खुल कर पाकिस्तान के विरोध में सामने आ रहे हैं। 

ZEE NEWS को मिले एक वीडियो में पीओके में पाकिस्तानी सैनिकों की करतूतों साफ नजर आती हैं। इस वीडियों में पाकिस्तानी सैनिक एक नागरिक के मकान से सीमापार गोलाबारी करते नजर आ रहे हैं। फायरिंग के बाद पाकिस्तानी सैनिक उस मकान को छोड़कर भागते भी नजर आते हैं। ऐसी फायरिंग के बाद भारतीय सेना के पास मौजूद रडार उस जगह का सटीक ठिकाना बता देते हैं जहां से फायर आता है और इसके बाद भारतीय सेना की जवाबी गोलाबारी में वो ठिकाना तबाह हो जाता है।  

खुफिया सूत्रों के मुताबिक लगभग 400 आतंकवादी कश्मीर के उड़ी और केरन के अलावा जम्मू के कैलर के पास एकत्र होकर घुसपैठ के मौके का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएसआई के अफसर इन लॉन्च पैड्स का लगातार दौरा कर रहे हैं और आतंकवादियों पर जल्द से जल्द घुसपैठ के लिए दबाव डाल रहे हैं। कश्मीर में सेना की लगातार कार्रवाइयों की वजह से आतंकवादी लगातार मारे जा रहे हैं इसलिए नए आतंकवादी घुसपैठ से हिचक रहे हैं। घुसपैठ का मौका देने के लिए पाकी फौज लगातार सीमापार से गोलाबारी कर रही है। अगले कुछ दिनों में सीमापार से गोलाबारी में और तेजी आने की आशंका है।