राजनीति/वैक्सीन / कोरोना वैक्सीन पर हो रही पॉलिटिक्स...जानिए

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन को अप्रूवल देने पर हालिया विवाद के बाद राजनीतिक पार्टियों में दो-फाड़ हो गई है। ज्यादातर विपक्षी पार्टियां कोवैक्सिन को अप्रूवल देने पर सरकार को घेर रही हैं, क्योंकि इसकी इफेक्टिवनेस अभी पता नहीं है। इसके बाद भी हालिया सर्वे में 49% भाजपाइयों और 46% कांग्रेसियों ने वैक्सीन लगवाने की तैयारी दिखाई है।

Vikrant Shekhawat : Jan 09, 2021, 04:43 PM
स्वदेशी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन को अप्रूवल देने पर हालिया विवाद के बाद राजनीतिक पार्टियों में दो-फाड़ हो गई है। ज्यादातर विपक्षी पार्टियां कोवैक्सिन को अप्रूवल देने पर सरकार को घेर रही हैं, क्योंकि इसकी इफेक्टिवनेस अभी पता नहीं है। इसके बाद भी हालिया सर्वे में 49% भाजपाइयों और 46% कांग्रेसियों ने वैक्सीन लगवाने की तैयारी दिखाई है।

कोवैक्सिन को भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी (NIV) के साथ मिलकर बनाया है। इसके अलावा अप्रूवल पाने वाली दूसरी वैक्सीन कोवीशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका ने बनाया है। इसे भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) बना रहा है।

विवाद का विषय यह है कि कोवैक्सिन के फेज-3 ट्रायल्स के नतीजे अब तक नहीं आए हैं। इसके बाद भी सरकार ने उसे अप्रूवल दे दिया है। दोनों कंपनियों के बीच भी बयानबाजी शुरू हो गई थी, जिस पर हेल्थ मिनिस्ट्री ने सक्रियता दिखाई और कंपनियों को ज्वॉइंट स्टेटमेंट जारी करना पड़ा।

दरअसल, सरकार ने वैक्सीन को स्वैच्छिक बताया है। यानी आप इसे नहीं लगवाना चाहते, तो कोई आपको मजबूर नहीं कर सकता। इस वजह से हर दिन पॉलिटिकल स्टेटमेंट आ रहे हैं। अखिलेश यादव जैसे नेता वैक्सीन लगवाने से साफ इनकार कर चुके हैं। ऐसे में ग्लोबल मार्केट रिसर्च फर्म की भारतीय शाखा यूगव (YouGov) और दिल्ली के थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) ने सर्वे कराया। इसमें 203 शहरों और कस्बों के 10 हजार से ज्यादा लोगों ने भाग लिया।


सिर्फ 6% लोगों का वैक्सीन को इनकार:

सर्वे में अच्छी बात यह थी कि सिर्फ 6% लोग वैक्सीन लगवाने से इनकार कर रहे हैं। बाकी वैक्सीन लगवाने को तैयार है। 44% लोगों का कहना था कि वे तत्काल वैक्सीन लगवाएंगे, वहीं 50% ने कहा कि वैक्सीन की इफेक्टिवनेस देखने के बाद वे फैसला करेंगे। जो वैक्सीन लगवाने से इनकार कर रहे हैं, उनकी संख्या अमेरिका जैसे देशों से बहुत कम है। Pew रिसर्च के मुताबिक, अमेरिका में 20% से ज्यादा लोग वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते।


क्या है वैक्सीन लेने पर पॉलिटिकल डिवाइड?

सर्वे कहता है कि भाजपा को सपोर्ट करने वाले 49% लोग तत्काल खुद को और परिवार को वैक्सीन लगवाने को तैयार हैं। वहीं, 47% कह रहे हैं कि इफेक्टिवनेस देखने के बाद वैक्सीन लगवाएंगे। वैक्सीननहीं लगवाने वाले सिर्फ 4% है। सर्वे में शामिल 46% कांग्रेस समर्थक भी वैक्सीन लगवाने को तैयार हैं। 47% लाेग इफेक्टिवनेस देखने के बाद फैसला करेंगे।


सर्वे में हिस्सा लेने वाले सिर्फ 7% ऐसे हैं, जो वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते। अन्य पार्टी के सपोर्टर्स में 41% वैक्सीन लगवाएंगे, 49% इफेक्टिवनेस देखेंगे और 10% नहीं लगवाएंगे। किसी भी पार्टी को सपोर्ट न करने वालों में सिर्फ 30% ही वैक्सीन लगाने को तैयार हैं। उनमें 61% इफेक्टिवनेस देखकर फैसला करेंगे और 9% तो वैक्सीन लगवाएंगे ही नहीं।