Bollywood News / जब सलमान खान ने ऐश्वर्या की हमशक्ल लड़की को बनाया था हिरोइन
सलमान खान के साथ लकी: नो टाइम फॉर लव से डेब्यू करने वाली स्नेहा उल्लाल 17 साल की उम्र में रातोंरात लाइमलाइट में आईं। हालांकि, बॉलीवुड में उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चला। अब स्नेहा फिल्म साको 363 से वापसी कर रही हैं, जो बिश्नोई समाज की बहादुर नायिका पर आधारित है।
Bollywood News: बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान ने कई कलाकारों को मौका देकर उनके सपनों को उड़ान दी है। उन्होंने सिर्फ सफल करियर ही नहीं बनाए बल्कि कई नए चेहरों को भी लॉन्च किया। इन्हीं में से एक हैं स्नेहा उल्लाल, जिन्होंने साल 2005 में सलमान के साथ फिल्म "लकी: नो टाइम फॉर लव" से डेब्यू किया। हालांकि, यह सुनहरा लॉन्च उन्हें लंबे समय तक लाइमलाइट में नहीं रख सका, लेकिन स्नेहा की कहानी आज भी दर्शकों के बीच चर्चा का विषय है।
स्नेहा का सपना और फिल्म "लकी" का सफर
स्नेहा उल्लाल ने अपनी पहली फिल्म "लकी: नो टाइम फॉर लव" में एक किशोरी लकी नेगी का किरदार निभाया, जो रूस में अपने माता-पिता के साथ रहती है। कहानी युद्ध जैसे हालातों के बीच स्नेहा के संघर्ष और सलमान द्वारा निभाए गए आदित्य के साथ उनकी यात्रा के इर्द-गिर्द घूमती है।स्नेहा महज 17 साल की थीं, जब उन्होंने यह भूमिका निभाई। उनकी मासूमियत और सुंदरता ने दर्शकों को खूब प्रभावित किया। सलमान ने खुद स्नेहा को फिल्म के लिए चुना, जब उन्होंने स्नेहा को अपनी बहन अर्पिता के स्कूल में देखा। यह भी कहा जाता है कि स्नेहा की शक्ल सलमान की पूर्व प्रेमिका ऐश्वर्या राय से मिलती थी, जो चर्चा का एक प्रमुख कारण बनी।
फिल्म की सफलता और स्नेहा का सफर
"लकी: नो टाइम फॉर लव" का संगीत आज भी लोगों के दिलों में ताजा है, लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खास प्रदर्शन नहीं कर पाई। हालांकि, स्नेहा की मासूमियत और अभिनय ने उन्हें एक पहचान दी। इसके बाद उन्होंने कुछ और हिंदी फिल्में कीं, लेकिन उनके करियर को वह ऊंचाई नहीं मिल पाई जिसकी उम्मीद थी।
तेलुगु सिनेमा में नई शुरुआत
हिंदी फिल्मों में सफलता न मिलने के बाद स्नेहा ने तेलुगु सिनेमा का रुख किया, जहां उन्होंने कई फिल्मों में काम किया और अपनी पहचान बनाई। हालांकि, बॉलीवुड से वह पूरी तरह गायब हो गईं।
बड़े पर्दे पर धमाकेदार वापसी की तैयारी
सालों बाद, स्नेहा उल्लाल अब "साको 363" से एक बार फिर बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं। यह फिल्म राजस्थान के बिश्नोई समाज की बहादुर नायिका अमृता बिश्नोई के संघर्ष पर आधारित है। अमृता ने पर्यावरण, पेड़ों और जीव-जंतुओं की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। फिल्म का टीजर रिलीज हो चुका है और स्नेहा का दमदार लुक फैंस को खासा उत्साहित कर रहा है।
सलमान खान का समर्थन: एक प्रेरणा
सलमान खान ने हमेशा से इंडस्ट्री में नए चेहरों को मौका दिया है। स्नेहा उल्लाल के करियर का आरंभ भले ही सलमान की वजह से हुआ, लेकिन उनकी यात्रा संघर्षों से भरी रही। उनकी वापसी फिल्म "साको 363" यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत और धैर्य से सपने फिर से जिंदा हो सकते हैं।
क्या स्नेहा इस बार अपनी जगह बना पाएंगी?
स्नेहा उल्लाल की वापसी ने उनके फैंस को उत्साहित कर दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार वह बॉलीवुड में एक मजबूत पहचान बना पाती हैं या नहीं। "साको 363" न केवल उनके करियर के लिए अहम साबित हो सकती है, बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश भी देगी।स्नेहा की यह यात्रा हमें याद दिलाती है कि जीवन में दूसरा मौका हमेशा संभव होता है, बस सही समय और सही मेहनत की जरूरत होती है।