Vikrant Shekhawat : Oct 20, 2021, 05:27 PM
आगरा: उत्तर प्रदेश में आगरा के जगदीशपुरा इलाके में कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में अरूण वाल्मीकि नाम के एक शख्स की मौत हो गई. अब इस मामले में राजनीति होने लगी है. पीड़ित परिवार के परिजनों का दुख बांटने के लिए आगरा जा रही प्रियंका गांधी को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोक लिया. इस दौरान एक्सप्रेस वे के एंट्री प्वाइंट पर पुलिस से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई.पुलिस वालों पर कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले- प्रियंकाइस दौरान प्रियंका गांधी ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि मैं पीड़ित परिवार के परिजनों का दुख बांटने के लिए आगरा जाना चाहती हूं. आखिर विपक्ष के नेताओं के मूवमेंट से सरकार को क्यों डर लगता है. इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘’किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है. भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है. उच्चस्तरीय जांच, पुलिस वालों पर कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले.’’क्या है पूरा मामला?गौरतलब है कि 17 तारीख को मालखाने से 25 लाख रुपए चोरी का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने कल सफाई कर्मचारी अरुण को ताजगंज इलाके से हिरासत में लिया था, लेकिन आज सुबह अरुण की हिरासत में मौत हो गई. इस खबर की जानकारी के बाद से हड़कंप मच गया है. वहीं एहतियातन पूरे थाने को छावनी में तब्दील कर दिया है.कल शाम हुई थी गिरफ्तारीघटना के बाद से पुलिस कर्मियों को अरुण नाम के सफाई कर्मचारी पर लगातार शक था. घटना के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था. वह अपने घर से भी गायब चल रहा था. ऐसे में पुलिस को उसकी तलाश थी और कल शाम जब उसे पकड़ा गया और उससे पूछताछ चल रही थी और उसके बाद आज सुबह उसकी मौत की खबर आई है.