देश / सिद्धू ने अमरिंदर सिंह को बताया नए कृषि कानूनों का ‘वास्तुकार’; उन्होंने दिया जवाब

पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को नए कृषि कानूनों का ‘वास्तुकार’ बताते हुए कहा, “(कैप्टन ने) अंबानी को पंजाब की किसानी में प्रवेश दिया।” इसपर कैप्टन की तरफ से उनके मीडिया सलाहकार ने कहा, “सिद्धू आप कितने बड़े…धोखेबाज़ है...आप मेरी 15-साल पुरानी विविधीकरण की पहल को...कृषि कानून से जोड़ रहे हैं।”

Vikrant Shekhawat : Oct 22, 2021, 07:41 AM
चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर पलटवार किया और उन्हें तीन कृषि कानूनों का 'वास्तुकार' बताया, जिनके विरोध में दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। पंजाब में किसान आंदोलन का काफी असर है और आगामी विधानसभा चुनाव में यह सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है। उधर, अकाली दल की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी बीजेपी से दोस्ती के ऐलान पर कैप्टन को घेरा है।

सिद्धू की टिप्पणी सिंह के उस बयान के दो दिन बाद सामने आई कि कि जल्द ही वह अपना राजनीतिक दल बनाएंगे और उन्हें उम्मीद है कि यदि किसानों के हितों से संबंधित मुद्दे का हल निकाला जाता है, तो भाजपा के साथ सीट बंटवारे पर विचार किया जा सकता है। पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सिंह ने यह भी कहा था कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे कि टूटकर बने अकाली  समूहों के साथ गठबंधन पर विचार कर रहे है।

सिद्धू ने कृषि कानूनों के अमल में आने पर खेती-किसानी में बड़े उद्योगपतियों का दखल बढ़ने के किसानों के आरोपों के संदर्भ में ट्वीट किया, ''तीन काले कानूनों के वास्तुकार...जो अंबानी को पंजाब की किसानी में लाए...जिन्होंने एक-दो बड़े कॉर्पोरेट के लाभ के लिए पंजाब के किसानों, छोटे विक्रेताओं और मजदूरों को बर्बाद किया।''  सिद्धू ने इस ट्वीट में अमरिंदर सिंह का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इसके साथ उनका एक वीडियो साझा कर उन्हें कृषि कानूनों का वास्तुकार बताया।              

अमरिंदर सिंह ने पिछले महीने सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी जगह चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया था। तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले साल 26 नवंबर से सैकड़ों किसान दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। इनमें से अधिकतर पंजाब और हरियाणा से हैं। 

शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की नेता हरसिमरत कौर ने कहा कि इनकम टैक्स और स्विस बैंक जैसे मामलों को दबाने के बदले कैप्टन ने बीजेपी से समझौता कर लिया। बादल ने कहा, ''जिस हद तक कैप्टन साहब ने बीजेपी से समझौता किया, उससे यह काफी साफ हो गया है कि जब वह सीएम बने तो उनके खिलाफ कालाधन और स्विस बैंक अकाउंट्स, ईडी और आईटी केस (उनके खिलाफ) कालीन के नीचे दबा दिए गए। उनका समझौता बहुत साफ है।''

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''एक मुख्यमंत्री जिसने पंजाब के लिए शपथ ली थी वह इस हद तक असहाय हो गया कि उसने पंजाब की किसानी को मोदी-शाह के हवाले कर दिया और राज्य में खेती बंद कर दी। 800 किसानों की मौत के बाद कैप्टन साहब कह रहे हैं कि वह बीजेपी से समाधान कराएंगे।'' बादल ने आगे कहा, ''जब आपको लोगों ने सीएम बनाया था तब सुनील जाखड़ ने कहा था कि आपने किसानों को दिल्ली भेजा। इसका मतलब है कि आपने किसानों का इस्तेमाल किया। आज लोग देख सकते हैं कि आपने किस हद तक बीजेपी का अजेंडा पूरा किया।''