AajTak : Jul 12, 2020, 06:55 AM
Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे के 100 फीसदी विद्युतीकरण की योजना को मंजूरी दे दी है। रेलवे ने शनिवार को इसकी घोषणा की। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हम 100% इलेक्टिरफाइड रेल नेटवर्क बनाने वाले हैं जो कि 120,000 किलोमीटर का ट्रैक होगा। गोयल ने कहा, 2030 तक हम उम्मीद करते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन रेलवे होगा।
इंडिया ग्लोबल वीक 2020 को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि स्पष्ट संकेत हैं कि भारत वापस आने की राह पर है। हमने हमेशा तेजी से वापसी करने की क्षमता दिखाई है। ऐतिहासिक दृष्टि से, भारत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन हम हमेशा तेजी से वापसी करने की क्षमता दिखाई है।बता दें कि हाल में रेलवे ने सोलर पावर की बिजली से ट्रेनों को दौड़ाने की बात कही। मध्य प्रदेश के बीना में रेलवे ने इसके लिए सोलर पावर प्लांट तैयार किया है। इससे 1।7 मेगा वॉट की बिजली पैदा होगी और सीधे ट्रेनों के ओवर हेड तक पहुंचेगी। रेलवे का दावा है कि भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश है।
बैटरी से चलने वाले इंजन को बनायारेल ने बैटरी से चलने वाले इंजन को भी बनाया। इसका सफल परीक्षण भी किया गया है। रेलवे के मुताबिक इंजन का निर्माण बिजली और डीजल की खपत को बचाने के लिए किया गया है। रेलवे ने कहा कि पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर मंडल में बैटरी से चलने वाले ड्यूल मोड शंटिंग लोको 'नवदूत' का निर्माण किया गया है। बैटरी से ऑपरेट होने वाला यह लोको, डीजल की बचत के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण में एक बड़ा कदम होगा।
इंडिया ग्लोबल वीक 2020 को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि स्पष्ट संकेत हैं कि भारत वापस आने की राह पर है। हमने हमेशा तेजी से वापसी करने की क्षमता दिखाई है। ऐतिहासिक दृष्टि से, भारत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन हम हमेशा तेजी से वापसी करने की क्षमता दिखाई है।बता दें कि हाल में रेलवे ने सोलर पावर की बिजली से ट्रेनों को दौड़ाने की बात कही। मध्य प्रदेश के बीना में रेलवे ने इसके लिए सोलर पावर प्लांट तैयार किया है। इससे 1।7 मेगा वॉट की बिजली पैदा होगी और सीधे ट्रेनों के ओवर हेड तक पहुंचेगी। रेलवे का दावा है कि भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश है।
बैटरी से चलने वाले इंजन को बनायारेल ने बैटरी से चलने वाले इंजन को भी बनाया। इसका सफल परीक्षण भी किया गया है। रेलवे के मुताबिक इंजन का निर्माण बिजली और डीजल की खपत को बचाने के लिए किया गया है। रेलवे ने कहा कि पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर मंडल में बैटरी से चलने वाले ड्यूल मोड शंटिंग लोको 'नवदूत' का निर्माण किया गया है। बैटरी से ऑपरेट होने वाला यह लोको, डीजल की बचत के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण में एक बड़ा कदम होगा।