Vikrant Shekhawat : Jun 28, 2021, 10:17 AM
बिहार, झारखंड महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में मॉनसून का आगमन हो चुका है। एक तरफ कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है। वहीं दूसरी तरफ देश की राजधानी में गर्मी से राहत नहीं है। मौसम विभाग ने कहा है कि दिल्ली में अभी छह दिनों तक बारिश के आसार नहीं है। वहीं मौसम विभाग ने कहा है कि बिहार, झारखंड में दो दिन भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तर प्रदेश में भी मॉनसून सक्रिय नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि पूर्वांचल के कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है साथ ही यलो वार्निंग भी जारी की है। अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी संभावना है।कहीं बारिश तो कहीं शुष्क मौसमभारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को एक ताजा मौसम अलर्ट जारी किया, जिसमें अगले पांच दिनों के दौरान 1 जुलाई तक कई राज्यों में भारी बारिश और आंधी की भविष्यवाणी की गई। वहीं, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी की भविष्यवाणी की है। वहीं आज के बाद बरिश में कमी आएगी। इधर (delhi rain) दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित पर राजस्थान व मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क और हल्का गर्म रहेगा।अगले 5 दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक रूप से व्यापक वर्षा होने की संभावना है। मेघालय में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है; 27 और 28 तारीख को अरुणाचल प्रदेश; 30 जून और 1 जुलाई को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश होगी।दिल्ली में मॉनसून में देरीपश्चिमी हवाओँ के चलते अभी राजधानी दिल्ली से मानसून दूर रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले छह दिनों यानी तीन जुलाई तक हवा का रुख मुख्यतया पश्चिम की तरफ से रहेगा। इसके चलते अभी मानसूनी गतिविधियों की प्रगति की संभावना बेहद कम है।मौसम विभाग के मुताबिक अगले चार दिनों के बीच सुबह से ही तेज चमकीला सूरज निकलने की संभावना है। इस दौरान हल्के बादलों की आवजाही रह सकती है। लेकिन, धूप की तेजी के चलते तापमान में इजाफा होगा। अगले चार दिनों के बीच तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहने की संभावना है। इस दौरान बीच-बीच में हवा की गति 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक की हो सकती है। हवा की दिशा मुख्यतया उत्तर पश्चिमी, पश्चमी और उत्तरी रहेगी। इसके चलते दिल्ली की हवा में आने वाली धूल की मात्रा भी ज्यादा रहेगी।