India-Pakistan / भारत पाकिस्तान से तनाव के बीच राजनाथ सिंह कहा- नापाक हरकतों का मुंह तोड़ जवाब दिया जायेगा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा है कि भारत अपनी सीमाओं पर किसी भी तरह के बदलाव, आक्रामकता या एकतरफा कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रक्षा मंत्री भारतीय वायुसेना (IAF) के कैडेटों की पासिंग आउट परेड में बोल रहे थे, जिन्होंने डिंडीगुल में वायुसेना अकादमी में अपना प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण पूरा किया।

Vikrant Shekhawat : Dec 19, 2020, 09:28 PM
India-Pakistan: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा है कि भारत अपनी सीमाओं पर किसी भी तरह के बदलाव, आक्रामकता या एकतरफा कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रक्षा मंत्री भारतीय वायुसेना (IAF) के कैडेटों की पासिंग आउट परेड में बोल रहे थे, जिन्होंने डिंडीगुल में वायुसेना अकादमी में अपना प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण पूरा किया।

पाकिस्तान का छद्म युद्ध

राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा, 'आप उत्तरी क्षेत्र में हालिया भारत-चीन गतिरोध से परिचित हैं। कोविड-19 (Covid-19) महामारी के दौरान चीन (China) के रवैये ने उसके इरादों को जाहिर किया है। भारत (India) ने यह प्रदर्शित किया है कि वह कमजोर नहीं है।' सिंह ने पश्चिमी क्षेत्र के बारे में भी बात की और कहा कि हमारा पड़ोसी सीमा पर कुछ नापाक हरकतें करता रहता है। पाकिस्तान (Pakistan) सीमाओं पर छिटपुट संघर्षों को अंजाम दे रहा है। उन्होंने कहा कि चार युद्धों में भारत से पराजित होने के बावजूद पड़ोसी देश आतंकवाद के जरिए छद्म युद्ध छेड़ रहा है, लेकिन सैन्य बल और पुलिस आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं।

आतंकवाद से लड़ाई जारी

पाकिस्तान की तरफ बालाकोट में आतंकवादियों के शिविरों पर भारत के हवाई हमलों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत न केवल देश के भीतर आतंकवाद से प्रभावी ढंग से मुकाबला कर रहा है, बल्कि सीमाओं के बाहर जाकर भी कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया को भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत इरादों को दर्शाता है। रक्षा मंत्री ने कहा, '1961 के 'गोवा मुक्ति संग्राम' से लेकर 1965 के 'भारत-पाक युद्ध', 1971 के 'बांग्लादेश मुक्ति संग्राम' और 1984 के 'ऑपरेशन मेघदूत', 1999 में ऑपरेशन 'श्वेत सागर' और हाल ही में 'बालाकोट' के कुछ ऐसे अध्याय हैं, जो न केवल वायुसेना के, बल्कि हमारे देश के इतिहास के 'गोल्डन चैप्टर्स' हैं।

इस बीच, उन्होंने कैडेटों से सभी टेक्नोलॉजी और सैन्य रणनीतियों से जुड़े ज्ञान से अपडेट रहने की अपील भी की। संयुक्त स्नातक परेड (Joint graduation parade) के दौरान सिंह ने कहा, 'मैं आपको इतिहास से सीखने, वर्तमान जानने और भविष्य की तैयारी करने का सुझाव देता हूं।'