Vikrant Shekhawat : Jun 21, 2022, 05:10 PM
अग्निपथ स्कीम को लेकर चल रहे देशव्यापी विरोध के बीच रक्षा मंत्रालय ने आज फिर प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान इसकी भर्ती प्रक्रिया और अन्य चीजों से जुड़े कई कंफ्यूजंस क्लियर किए गए। रक्षा मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि रिक्रूटमेंट प्रक्रिया में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। अग्निवीरों को यह शपथपत्र देना होगा कि वह किसी तरह के प्रदर्शन या आंदोलन में शामिल नहीं रहे हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। यह पहले भी होता रहा है। इस मौके पर एयरमार्शल एसके झा ने कहा कि एयरफोर्स में अब केवल अग्रिवीर वायु के जरिए ही भर्ती होगी।
देशभक्ति का जज्बा है फौज में काम करनालेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निपथ योजना से तीन चीजें बैलेंस होंगी। पहली, इससे आर्म्ड फोर्सेज में यूथफुल प्रोफाइल जुड़ेंगे। दूसरे टेक्निकल सेवी और हालात को तेजी से अडॉप्ट करने में सक्षम लोग आर्मी से जुड़ेंगे और तीसरी बात इससे अग्निवीर भविष्य के लिए तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि बोर्ड डिसाइड करेगा कौन सेलेक्ट होगा। यह प्रक्रिया सेंट्रली होगी। हमको बेस्ट चाहिए क्योंकि देश की रक्षा का सवाल है। अग्निवीर अगर लड़ाई में शामिल होगा तो उसे परमवीर चक्र और ऐसे सम्मान मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हम युवाओं से कहेंगे कि यह देश की भक्ति का चांस हाथ से न जाने दें। देशभक्ति या फौज में काम करना जज्बा है, नौकरी नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी अन्य देश में भारत जितनी विविधता नहीं है। हमारे यहां 50 फीसदी युवा 25 साल से कम आयु के हैं। हमें इनमें से अधिक से अधिक लोगों को शामिल करना चाहिए।मर्चेंट नेवी में जा सकेंगे अग्निवीरइस दौरान वायुसेना की तरफ से कहा गया कि मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग और डीजी शिपिंग के साथ कई महीनों से बात चल रही थी। इसके तहत ऑर्डर जारी किया गया है, जो केवल अग्निवीरों के लिए है। इसके तहत अग्निवीर मर्चेंट नेवी में जा सकते हैं। इसके अलावा एक अन्य आदेश जारी किया गया है। इसके तहत भारतीय नौसेना और डीजी शिपिंग साथ काम करेंगे। अब अग्निवीर ही नहीं, अन्य नौसैनिक और सेलर्स भी मर्चेंट नेवी में जा सकेंगे। उन्होंने कहाकि अग्निवीरों को ऐसी ट्रेनिंग कराएंगे कि वो पूरी तरह से फ्यूचर रेडी हो जाएंगे। उसे समुद्र में ट्रेनिंग दी जाएगी। आगे चलकर वह पूरी तरह से सक्षम होगा।
देशभक्ति का जज्बा है फौज में काम करनालेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निपथ योजना से तीन चीजें बैलेंस होंगी। पहली, इससे आर्म्ड फोर्सेज में यूथफुल प्रोफाइल जुड़ेंगे। दूसरे टेक्निकल सेवी और हालात को तेजी से अडॉप्ट करने में सक्षम लोग आर्मी से जुड़ेंगे और तीसरी बात इससे अग्निवीर भविष्य के लिए तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि बोर्ड डिसाइड करेगा कौन सेलेक्ट होगा। यह प्रक्रिया सेंट्रली होगी। हमको बेस्ट चाहिए क्योंकि देश की रक्षा का सवाल है। अग्निवीर अगर लड़ाई में शामिल होगा तो उसे परमवीर चक्र और ऐसे सम्मान मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हम युवाओं से कहेंगे कि यह देश की भक्ति का चांस हाथ से न जाने दें। देशभक्ति या फौज में काम करना जज्बा है, नौकरी नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी अन्य देश में भारत जितनी विविधता नहीं है। हमारे यहां 50 फीसदी युवा 25 साल से कम आयु के हैं। हमें इनमें से अधिक से अधिक लोगों को शामिल करना चाहिए।मर्चेंट नेवी में जा सकेंगे अग्निवीरइस दौरान वायुसेना की तरफ से कहा गया कि मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग और डीजी शिपिंग के साथ कई महीनों से बात चल रही थी। इसके तहत ऑर्डर जारी किया गया है, जो केवल अग्निवीरों के लिए है। इसके तहत अग्निवीर मर्चेंट नेवी में जा सकते हैं। इसके अलावा एक अन्य आदेश जारी किया गया है। इसके तहत भारतीय नौसेना और डीजी शिपिंग साथ काम करेंगे। अब अग्निवीर ही नहीं, अन्य नौसैनिक और सेलर्स भी मर्चेंट नेवी में जा सकेंगे। उन्होंने कहाकि अग्निवीरों को ऐसी ट्रेनिंग कराएंगे कि वो पूरी तरह से फ्यूचर रेडी हो जाएंगे। उसे समुद्र में ट्रेनिंग दी जाएगी। आगे चलकर वह पूरी तरह से सक्षम होगा।