IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच में भी टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला खामोश रहा। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के सामने खेलते हुए रोहित ने केवल 18 रन बनाए, जिससे फैंस को एक बार फिर निराशा हाथ लगी। 2024 में रोहित का टेस्ट क्रिकेट में फॉर्म निरंतर गिरता जा रहा है, और उनके प्रदर्शन में सुधार की उम्मीदें कम होती जा रही हैं।
2024: रोहित शर्मा के लिए चुनौतीपूर्ण रहा टेस्ट क्रिकेट
इस साल टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा। 2024 में उन्होंने 11 मैचों की 20 पारियों में केवल 30.36 की औसत से 577 रन बनाए हैं, जो उनके स्तर के खिलाड़ी के लिए संतोषजनक नहीं है। खासकर पिछले कुछ महीनों में उनकी फॉर्म में भारी गिरावट देखी गई है। उनकी पिछली 9 पारियों में उनका औसत मात्र 13.55 का रहा है, जिसमें वे केवल 122 रन ही बना पाए हैं।इतना ही नहीं, रोहित का टेस्ट क्रिकेट में ऑल-टाइम औसत भी गिरावट का शिकार हुआ है। नवंबर 2023 में उनका औसत 46.54 था, जो अब नवंबर 2024 में घटकर 42.59 पर पहुंच गया है। इससे साफ होता है कि रोहित की बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी आ रही है, जो टीम इंडिया के लिए एक चिंता का विषय बनता जा रहा है।
कप्तानी में भी नहीं दिखी पुरानी चमक
रोहित शर्मा के कप्तानी प्रदर्शन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इस सीरीज में पहले दो टेस्ट मैच भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ हार गया, जिससे भारतीय टीम को घरेलू सरजमीं पर 12 साल बाद टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। कप्तानी के दौरान कई मौकों पर रोहित के फैसलों ने फैंस और क्रिकेट पंडितों को चौंका दिया है। उनके फैसलों में रणनीतिक स्पष्टता की कमी देखने को मिली है, जो टीम की हार में एक अहम कारण साबित हुए हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर फॉर्म में वापसी की चुनौती
भारत का अगला बड़ा मुकाबला ऑस्ट्रेलिया दौरा है, जहां उन्हें पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम का ऐलान कर दिया है, जिसमें रोहित शर्मा टीम का नेतृत्व करेंगे। ऑस्ट्रेलिया की उछालभरी पिचों पर बल्लेबाजी करना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, और रोहित पर इस सीरीज में फॉर्म में वापसी का दबाव रहेगा।टीम इंडिया की यह सीरीज न केवल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नजरिए से महत्वपूर्ण है, बल्कि रोहित की कप्तानी और बल्लेबाजी फॉर्म को लेकर भी निर्णायक साबित हो सकती है। अगर वह इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते, तो टीम की रणनीति और नेतृत्व में बदलाव पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं।
क्या रोहित वापसी कर पाएंगे?
रोहित शर्मा के करियर में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, और उन्होंने कई बार विपरीत परिस्थितियों में वापसी की है। हालांकि, इस बार चुनौती ज्यादा बड़ी है। उन्हें न केवल बल्ले से रन बनाने होंगे, बल्कि कप्तानी में भी एक नई ऊर्जा और रणनीतिक सोच का परिचय देना होगा। ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करना उनके लिए फॉर्म में लौटने का एक सुनहरा मौका हो सकता है।
निष्कर्ष
रोहित शर्मा का 2024 का टेस्ट प्रदर्शन उनकी क्षमताओं के अनुरूप नहीं रहा है। टीम इंडिया के लिए यह जरूरी है कि उनके कप्तान फॉर्म में वापसी करें और टीम को मजबूती प्रदान करें। ऑस्ट्रेलिया दौरा उनके लिए परीक्षा की घड़ी होगी, और अगर वह इसमें सफल होते हैं, तो यह भारतीय टीम के लिए राहत की बात होगी। वहीं, असफलता की स्थिति में यह देखना होगा कि टीम प्रबंधन उनकी कप्तानी को लेकर क्या निर्णय लेता है।