Zee News : Jul 02, 2020, 11:17 AM
नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के निधन से आज हर कोई सदमे में है। सुशांत के निधन के 18 दिन बाद भी उनके चाहने वालों को यह यकीन नहीं हो पा रहा कि अब वह हमारे बीच नहीं रहे। सुशांत ने 14 जून को मुंबई में स्थित अपने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी थी। उन्होंने ऐसा क्यों किया, अब तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन खबरों की मानें तो वह पिछले 6 महीने से डिप्रेशन में थे। मुंबई पुलिस अब तक इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
वहीं, सुशांत की आखिरी फिल्म 'दिल बेचारा' इसी महीने 24 जुलाई को OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में उनके साथ लीड एक्ट्रेस के रूप में नजर आने वालीं संजना सांघी भी सुशांत के निधन से काफी दुखी हैं और शायद इसलिए उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए अपने फैंस को यह बताया है कि वह मुंबई छोड़कर जा रही हैं और वापस वह आ भी सकती हैं और नहीं भी। बता दें, हाल ही में संजना से मुंबई पुलिस ने लगभग 9 घंटे पूछताछ की थी, जिस दौरान उन्होंने सुशांत से जुड़ी कई बातें पुलिस को बताई थी।
वहीं, सुशांत की आखिरी फिल्म 'दिल बेचारा' इसी महीने 24 जुलाई को OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में उनके साथ लीड एक्ट्रेस के रूप में नजर आने वालीं संजना सांघी भी सुशांत के निधन से काफी दुखी हैं और शायद इसलिए उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए अपने फैंस को यह बताया है कि वह मुंबई छोड़कर जा रही हैं और वापस वह आ भी सकती हैं और नहीं भी। बता दें, हाल ही में संजना से मुंबई पुलिस ने लगभग 9 घंटे पूछताछ की थी, जिस दौरान उन्होंने सुशांत से जुड़ी कई बातें पुलिस को बताई थी।
संजना ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, 'खुदा हाफिज, मुंबई। 4 महीने बाद आपके दर्शन हुए। मैं चली, दिल्ली वापिस। आपकी सड़के कुछ अलग सी लगीं, सुनसान थी, शायद मेरे दिल में जो दुख है, मेरे नजरिए को बदल रहा है, या शायद, फिलहाल आप में भी थोड़ा दुख है। मिलते हैं? जल्दी। या शायद, नहीं।' इसके अलावा उन्होंने वीडियो के साथ एक पर्सनल नोट भी शेयर किया है, जो काफी भावुक कर देने वाला है। इस पर्सनल नोट में वह लिखती हैं, 'आज कल, एक अलग नजरिये से सब कुछ देखने की कोशिश कर रही हूं, सोचा आप सबके साथ भी थोड़ी बात कर लूं। इस समय, दर्द काफी है और बढ़ाते नहीं है न? ये सब अकेले करना, मुश्किल काफी है। अपने आपको, इस जिद से रिहा कर देते हैं न? इस मुश्किल, को थोड़ा आसान कर देते है न।'