Vikrant Shekhawat : Dec 16, 2020, 08:05 PM
संत बाबा राम सिंह ने सुसाइड नोट में क्या लिखासंत बाबा राम सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा कि किसानों का दुख देखा. वो अपना हक लेने के लिए सड़कों पर हैं. बहुत दिल दुखा है. सरकार न्याय नहीं दे रही. जुल्म है. जुल्म करना पाप है,जुल्म सहना भी पाप है. राम सिंह आगे लिखते हैं कि किसी ने किसानों के हक में और जुल्म के खिलाफ कुछ नहीं किया. कइयों ने सम्मान वापस किए. यह जुल्म के खिलाफ आवाज है और कीर्ति-किसानों के हक में आवाज है. वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह.संत बाबा राम सिंह ने खुद को मारी गोलीसिंघु बार्डर पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह ने खुद को गोली मार ली. उनकी मौत हो गई है. बाबा राम सिंह करनाल के रहने वाले थे. उनका एक सुसाइड नोट भी सामने आया है. उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए उनके हक के लिए आवाज बुलंद की है. संत बाबा राम सिंह किसान थे और हरियाणा एसजीपीसी के नेता थे.अर्जुन चौटाला किसानों के साथ धरने पर बैठेइनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के छोटे बेटे अर्जुन चौटाला राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों के साथ धरने पर बैठे हैं. वो सैकड़ों समर्थकों के साथ किसानों के बीच पहुंचे. बता दें किसानों ने 14 दिसंबर के बाद से राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर को सील किया हुआ है. गजेंद्र शेखावत बोले- देशभर के किसान सरकार के साथकेंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आजतक से बात करते हुए कहा कि देशभर के किसान सरकार के साथ हैं. दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसान सीखी सिखाई बातें बोल रहे हैं. वे अपने नेताओं की बात सुन रहे हैं. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां किसानों का इस्तेमाल कर रही है. हाइलाइट्सकृषि कानून के खिलाफ किसानों की लड़ाई जारीकिसानों ने दिल्ली-नोएडा बॉर्डर जाम कियासरकार को लिखित जवाब दे संशोधन ठुकराएकमेटी बनाकर चर्चा करें सरकार-किसान: SC