Vikrant Shekhawat : Feb 22, 2024, 05:00 PM
Shreyas Iyer: भारतीय क्रिकेट टीम मैदान पर फिर से जीतने लगी है. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच में हार के बाद टीम इंडिया ने अगले दोनों मुकाबलों में दमदार अंदाज में वापसी की और इंग्लैंड को शिकस्त देकर सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली है. इन सबके बीच मैदान से बाहर टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ी अपने बर्ताव और BCCI के आदेशों की अनदेखी के कारण चर्चा में हैं. ईशान किशन का मामला सबके सामने है और अब इसमें नया नाम जुड़ गया है- श्रेयस अय्यर. टीम इंडिया के इस बल्लेबाज को लेकर ऐसी रिपोर्ट सामने आई है, जिससे सवाल उठ रहा है कि क्या वो झूठ बोल रहे हैं.इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले और दूसरे मैच में टीम इंडिया का हिस्सा रहे मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को अगले 3 मैचों के लिए स्क्वॉड में जगह नहीं मिली थी. दूसरे टेस्ट के बाद उनकी पीठ में दर्द की शिकायत आई थी, जिसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा था कि उन्हें इसी वजह से टीम में जगह नहीं मिली थी. हालांकि, इसकी वजह दर्द के अलावा उनकी फॉर्म भी थी और सेलेक्शन कमेटी ने उन्हें रणजी ट्रॉफी खेलकर अपने वर्कलोड को मैनेज करने को कहा था.श्रेयस पूरी तरह फिट, कोई नई चोट नहींउम्मीद की जा रही थी कि श्रेयस मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलते दिखेंगे लेकिन पहले तो उन्होंने ग्रुप स्टेज के आखिरी मैच से किनारा किया और अब क्वार्टर फाइनल मैच खेलने से भी इनकार कर दिया. श्रेयस ने पीठ में दर्द का हवाला देकर क्वार्टर फाइनल नहीं खेल पाने की जानकारी मुंबई के सेलेक्टर्स को दी थी. अब इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु में मौजूद बीसीसीआई की नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने सेलेक्शन कमेटी को बताया है कि अय्यर को कोई नई चोट नहीं लगी है और वो फिट हैं.NCA में स्पोर्ट्स साइंस डिविजन के प्रमुख और टीम इंडिया के पूर्व हेड फिजियो नितिन पटेल ने एक ईमेल में बोर्ड को ये बताया है. उनका ये ईमेल श्रेयस अय्यर के पीठ दर्द के कारण रणजी न खेलने के फैसले के एक दिन बाद आया है.इस ईमेल में पटेल ने लिखा है कि दूसरे टेस्ट के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों की फिटनेस रिपोर्ट में श्रेयस अय्यर फिट थे और सेलेक्शन के लिए उपलब्ध थे. इतना ही नहीं, ईमेल में ये भी कहा गया है कि टीम इंडिया से बाहर किए जाने के बाद भी श्रेयस को किसी भी तरह की नई चोट नहीं लगी थी.क्या श्रेयस ने झूठ बोला?अब इस रिपोर्ट के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या श्रेयस ने रणजी मैच खेलने से बचने के लिए मुंबई टीम मैनेजमेंट से चोट का झूठा बहाना बनाया? या फिर उन्हें दर्द दोबारा उभरा लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी NCA को नहीं दी, जो कि सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट वाले खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य है. ये मामला ऐसे वक्त में आया है जब बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट और इंडिया ए के खिलाड़ियों को सख्त वॉर्निंग दी है कि उन्हें डॉमेस्टिक रेड बॉल क्रिकेट खेलना ही होगा, जो कि सेलेक्शन के लिए अहम पैमाना है. शाह ने सभी खिलाड़ियों को लिखे एक लेटर में कहा था कि डॉमेस्टिक क्रिकेट पर IPL को प्राथमिकता देने का खिलाड़ियों का ये ट्रेंड खराब है और ऐसा करने वाले खिलाड़ियों पर सख्त कार्रवाई होगी.