देश / महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में की जाए: अखिलेश

सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि अर्पित की। अखिलेश ने कहा, "अखाड़ा परिषद से जुड़े लोग चाहते हैं महंत गिरि की मौत की सच्चाई सामने आए ...हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में इस मामले की जांच होनी चाहिए।"

Vikrant Shekhawat : Sep 21, 2021, 05:14 PM
प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देने वालों का प्रयागराज में तांता लगा हुआ है। देश भर से कई हस्तियां बाघंबरी मठ पहुंच रही हैं। योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मठ पहुंचे और महंत को श्रद्धांजलि दी। अखिलेश यादव ने यहां कहा कि पूरे मामले की सही तरीके से जांच होनी चाहिए। सही जांच से ही सच सामने आएगा। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के मौजूदा जज से मामले की जांच करानी चाहिए ताकि घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।

इससे पहले समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट कर कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी का देवलोकगमन अध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई उनकी मृत्यु की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जजों की निगरानी में कराकर सच सामने लाए सरकार। अखिलेश ने कहा कि चाहे जमीन का मामला हो या कोई और मामला, निष्पक्ष जांच के बाद ही सच सामने आ सकता है।

सपा प्रमुख ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु को लेकर संदिग्ध जानकारियां मिल रही हैं। रहस्य क्या है, इस कदम के पीछे क्या कारण था, यह एक बड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि ना केवल आम लोग, बल्कि अखाड़ा परिषद से जुड़े सभी लोग चाहते हैं कि सत्य सामने आए। इसलिए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में इस मामले की जांच होनी चाहिए, जिससे पूरी की पूरी सच्चाई सामने आ सके।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। पुलिस ने कई सबूत इकट्ठा किए हैं। पुलिस की एक टीम, एडीजी जोन, आईजी रेंज और डीआईजी प्रयागराज, मंडल आयुक्त प्रयागराज एक साथ मिलकर इसकी जांच में लगे हैं। एक-एक घटना का पर्दाफाश होगा। दोषी को सजा जरूर मिलेगी। सीएम ने यह भी कहा कि  घटना के संवेदनशील प्रकरण में अनावश्यक बयानबाजी से बचें। जांच एजेंसियों को निष्पक्ष जांच करने दें। जो भी जिम्मेदार होगा उसको कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उनका बाघंबरी मठ स्थित उनके आवास में पंखे से लटका मिला था। पुलिस ने कमरे से आठ पेज का सुसाइड नोट भी बरामद किया है। सुसाइड नोट में मुख्य रूप से तीन लोगों आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद और पुजारी के बेटे को लेकर कई बातें लिखी हैं। पुलिस के अनुसार इन लोगों पर ब्लैकमेल और परेशान करने की बात लिखी है। पुलिस ने आनंद गिरि और मंदिर के पुजारी को हिरासत में ले लिया है।