AajTak : May 30, 2020, 03:19 PM
मध्य प्रदेश: के सिंगरौली जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक आम के बगीचे में अचानक से सैकड़ों की संख्या में चमगादड़ों की रहस्यमयी मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों में अनजान वायरस का खौफ है। तो वहीं पशु और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर घटना का निरीक्षण किया और सैंपल भोपाल के लिए भेज दिए हैं।
सिंगरौली जिले के माड़ा तहसील के ग्राम पड़री में आम के बगीचे में रहस्यमयी तरीके से हजारों की संख्या में चमगादड़ मरे मिले। कई चमगादड़ जमीन पर तड़प रहे थे। कई चमगादड़ मौके पर मौजूद लोगों की आंखों के सामने जमीन पर गिर रहे थे। जिसके चलते पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में इस मामले की सूचना वन विभाग की अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद वन विभाग की टीम और पशु चिकित्सालय के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मरे हुए चमगादड़ों को अपने कब्जे में लेकर जांच के लिए सैम्पल भोपाल भेज दिए।वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि उनको आम के बाग में दूर से जमीन पर कुछ काले रंग की बिखरी चीजें नजर आईं। जब उन लोगों ने पास पहुंचकर देखा तो उन्होंने पाया कि दूर-दूर तक चमगादड़ों के शव (Bats death) पड़े हैं। कुछ उनकी आंखों के सामने ही जमीन पर गिर रहे थे तो कुछ चमगादड़ जमीन पर पड़े हुए तड़प रहे थे।अभी हाल ही में कुछ समीपी राज्यों से चमगादड़ों के मरने की सूचना आई थी जिसके बाद अब मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के माड़ा तहसील से चमगादड़ों के मरने का मामला सामने आया है। लोगों में कोरोना वायरस का खौफ अभी खत्म ही नहीं हुआ था कि इधर चमगादड़ों की मौत के बाद लोगों में दहशत हो गई है। लोगों का कहना है कि उन्हें डर है कि कहीं किसी वायरस (Virus) के कारण तो चमगादड़ों की मौत नहीं हुई। तो दूसरी ओर कोई नए वायरस के फैलने का खौफ क्षेत्र में बना हुआ है।सिंगरौली की पशु चिकित्सक अनामिका कुशवाहा का कहना है कि चमगादड़ों का सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा गया है। जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि इनकी मौत किसी वायरस से हुई है या बढ़ी हुई गर्मी और धूप से। आगे उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट का इंतजार है उसके आने के बाद ही पता चल पाएगा कि चमगादड़ों की मरने की वजह थी।
सिंगरौली जिले के माड़ा तहसील के ग्राम पड़री में आम के बगीचे में रहस्यमयी तरीके से हजारों की संख्या में चमगादड़ मरे मिले। कई चमगादड़ जमीन पर तड़प रहे थे। कई चमगादड़ मौके पर मौजूद लोगों की आंखों के सामने जमीन पर गिर रहे थे। जिसके चलते पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में इस मामले की सूचना वन विभाग की अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद वन विभाग की टीम और पशु चिकित्सालय के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मरे हुए चमगादड़ों को अपने कब्जे में लेकर जांच के लिए सैम्पल भोपाल भेज दिए।वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि उनको आम के बाग में दूर से जमीन पर कुछ काले रंग की बिखरी चीजें नजर आईं। जब उन लोगों ने पास पहुंचकर देखा तो उन्होंने पाया कि दूर-दूर तक चमगादड़ों के शव (Bats death) पड़े हैं। कुछ उनकी आंखों के सामने ही जमीन पर गिर रहे थे तो कुछ चमगादड़ जमीन पर पड़े हुए तड़प रहे थे।अभी हाल ही में कुछ समीपी राज्यों से चमगादड़ों के मरने की सूचना आई थी जिसके बाद अब मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के माड़ा तहसील से चमगादड़ों के मरने का मामला सामने आया है। लोगों में कोरोना वायरस का खौफ अभी खत्म ही नहीं हुआ था कि इधर चमगादड़ों की मौत के बाद लोगों में दहशत हो गई है। लोगों का कहना है कि उन्हें डर है कि कहीं किसी वायरस (Virus) के कारण तो चमगादड़ों की मौत नहीं हुई। तो दूसरी ओर कोई नए वायरस के फैलने का खौफ क्षेत्र में बना हुआ है।सिंगरौली की पशु चिकित्सक अनामिका कुशवाहा का कहना है कि चमगादड़ों का सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा गया है। जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि इनकी मौत किसी वायरस से हुई है या बढ़ी हुई गर्मी और धूप से। आगे उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट का इंतजार है उसके आने के बाद ही पता चल पाएगा कि चमगादड़ों की मरने की वजह थी।