Surya Grahan 2022 / अगले साल दिखेंगे प्रकृति के ये दुर्लभ नजारे, जानें ग्रहण की तारीखें और प्रभाव

इस साल ग्रहण का सिलसिला 30 अप्रैल को लगने वाले आंशिक सूर्यग्रहण (Surya Grahan 2022) से शुरू होगा. नए साल का यह पहला सूर्य ग्रहण होगा. हालांकि भारत में इस ग्रहण को देखा नहीं जा सकेगा. इसके बाद 16 मई को नव वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण होगा. इस चंद्र ग्रहण को पश्चिमी देशों में देखा जा सकेगा. भारत में यह चंद्र ग्रहण नहीं दिखेगा.

Vikrant Shekhawat : Dec 30, 2021, 11:25 PM
Surya Grahan and Chandra Grahan in 2022: सूर्य और चंद्र ग्रहण का हमारे जीवन में बड़ा महत्व होता है. ये ऐसी दुर्लभ घटनाएं होती हैं, जिनसे हमारा वर्तमान और भविष्य प्रभावित हो जाता है. 

नए साल 2022 में भी लोगों को कई सूर्य और चंद्र ग्रहण (Surya Grahan and Chandra Grahan in 2022) देखने को मिलेंगे. आइए जानते हैं कि किस-किस तारीख को आप ये ग्रहण देख सकेंगे और ये भारत में कहां-कहां देखे जा सकेंगे. 

30 अप्रैल को लगेगा पहला सूर्य ग्रहण

इस साल ग्रहण का सिलसिला 30 अप्रैल को लगने वाले आंशिक सूर्यग्रहण (Surya Grahan 2022) से शुरू होगा. नए साल का यह पहला सूर्य ग्रहण होगा. हालांकि भारत में इस ग्रहण को देखा नहीं जा सकेगा. इसके बाद 16 मई को नव वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण होगा. इस चंद्र ग्रहण को पश्चिमी देशों में देखा जा सकेगा. भारत में यह चंद्र ग्रहण नहीं दिखेगा. 

 63 प्रतिशत ढंका नजर आएगा सूर्य

दुनिया में 25 अक्टूबर को दूसरा आंशिक सूर्यग्रहण (Surya Grahan 2022) होगा. अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और पूर्वोत्तर के इलाकों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में यह ग्रहण देखा जा सकेगा. यह सूर्य ग्रहण इस साल की सबसे बड़ी दुर्लभ घटना होगी. इस दौरान सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा कुछ इस तरह आ जाएगा कि लोगों को सूर्य 63 प्रतिशत ढंका नजर आएगा.

8 नवंबर को दिखेगा पूर्ण चंद्रग्रहण

वहीं 8 नवंबर को पूर्ण चंद्रग्रहण लगेगा. यह चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) भारत के पूर्वी और पूर्वोत्तर के इलाकों में आसानी से देखा जा सकेगा. जबकि देश के बाकी हिस्सों में आंशिक ग्रहण दिखाई देगा. 

ग्रहण के दौरान बरती जाती है सावधानी

बताते चलें कि धर्म ग्रंथों के मुताबिक ग्रहण के दौरान कई प्रकार की सावधानी बरतने का नियम है. जब ग्रहण चल रहा होता है तो भोजन या पानी का सेवन नहीं किया जाता. गर्भवती महिलाएं बाहर नहीं निकलती और किसी को दान नहीं दिया जाता. कोई नया काम शुरू करने से भी परहेज किया जाता है.