- भारत,
- 29-Aug-2024 09:08 AM IST
- (, अपडेटेड 29-Aug-2024 09:19 AM IST)
Aja Ekadashi 2024: अजा एकादशी, जिसे अन्नदा एकादशी भी कहा जाता है, भगवान विष्णु के प्रति भक्ति और श्रद्धा का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह एकादशी विशेष रूप से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को प्रिय मानी जाती है, और इसका व्रत रखने से भक्तों को उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। हिन्दू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, इस व्रत के विधिपूर्वक पालन से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और अंत में स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इस एकादशी की कथा सुनने से भी अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्यफल प्राप्त होता है।अजा एकादशी व्रत और पूजा विधि
- प्रातःकाल: एकादशी के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके ध्यान करें।
- पूजा: भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं, फलों और फूलों से पूजन करें।
- वाचन: पूजा के बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- व्रत: दिन भर निराहार और निर्जल व्रत का पालन करें।
- रात्रि जागरण: इस दिन रात्रि जागरण करें।
- द्वादशी: द्वादशी तिथि को ब्राह्मण को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें। उसके बाद स्वयं भोजन करें।
- पारणा मुहूर्त: 30 अगस्त को सुबह 07:52:04 से 08:31:29 तक (39 मिनट)
- हरि वासर समाप्ति समय: 30 अगस्त को सुबह 07:52:04