News18 : Feb 14, 2020, 06:00 PM
नई दिल्ली। वेलेंटाइन (Valentine day) के दिन एक स्कूल में छात्राओं को शिक्षकों ने लव मैरिज न करने की कसम दिलाई। छात्राओं को ये कसम भी दिलाई गई कि न वो प्यार में पड़ेंगी और उन लड़कों से भी शादी नहीं करेंगी जो दहेज मांगते हैं। वह सिर्फ अपने माता-पिता और परिवार पर भरोसा करेंगी। ये मामला है महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) जिले में स्थित आर्ट्स कॉलेज चांदूर केल्वे कॉलेज का, जहां पास के गांव में NSS कैंप के दौरान छात्राओं को शपथ दिलाई गई। लेकिन जैसे ही कैंप का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, इस पर बहस छिड़ गई।पंकजा मुंडे ने किया ट्वीट
'मैं शपथ लेती हूं कि मुझे अपने माता-पिता पर पूरा भरोसा है। समाज में महिलाओं के खिलाफ होने वाली एसिड अटैक जैसी घटनाओं को देखते हुए मैं शपथ लेती हूं कि मैं प्यार और लव मैरेज नही करुंगी। मैं दहेज लेने वाले लड़के से शादी नहीं करूंगी। अगर समाज को देखते हुए मेरे परिवार ने दहेज देकर मेरी शादी करा भी दी तो जब माता के तौर पर बेटे की शादी में दहेज नहीं मांगूंगी। वहीं बेटी की शादी लोभी परिवार में नहीं करूंगी। सामाजिक कर्तव्य के लिए मैं ये शपथ लेती हूं। इसके साथ ही मैं समाज का दृष्टिकोण बदलने का काम भी करूंगी।'
वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र में BJP नेता और पूर्व महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ने मराठी और अंग्रेजी में ट्ववीट किया कि, 'ये निहायत ही बकवास भरा है। चिंतूर के एक स्कूल में छात्राओं से कहा जा रहा है वो किसी से प्यार न करें और लव मैरिज भी न करें। ये कसम सिर्फ छात्राएं ही क्यों लें?एक अन्य ट्वीट में पंकजा मुंडे ने सवाल उठाया कि बजाय इसके हमें लड़कों को शपथ दिलानी चाहिए कि वह एक तरफा प्यार में लड़कियों पर एसिड नहीं फेंकेंगे। लड़कों को कसम दी जाए कि वह लड़कियों को गंदी नजर से नहीं देखेंगे और न ही ऐसा वो किसी और को करने देंगे।क्या दिलाई गई थी शपथ?Ridiculous!! simply weird !! girls from a school in Chintur, Amravati given oath of not falling in love n not going for love marriage..Why only girls take oath ?? https://t.co/5inscNy3NV
— Pankaja Gopinath Munde (@Pankajamunde) February 14, 2020
'मैं शपथ लेती हूं कि मुझे अपने माता-पिता पर पूरा भरोसा है। समाज में महिलाओं के खिलाफ होने वाली एसिड अटैक जैसी घटनाओं को देखते हुए मैं शपथ लेती हूं कि मैं प्यार और लव मैरेज नही करुंगी। मैं दहेज लेने वाले लड़के से शादी नहीं करूंगी। अगर समाज को देखते हुए मेरे परिवार ने दहेज देकर मेरी शादी करा भी दी तो जब माता के तौर पर बेटे की शादी में दहेज नहीं मांगूंगी। वहीं बेटी की शादी लोभी परिवार में नहीं करूंगी। सामाजिक कर्तव्य के लिए मैं ये शपथ लेती हूं। इसके साथ ही मैं समाज का दृष्टिकोण बदलने का काम भी करूंगी।'