Border-Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिष्ठित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज नवंबर 2024 में होने जा रहा है, जिसका पहला मुकाबला 22 नवंबर को खेला जाएगा। इस ऐतिहासिक सीरीज के लिए बीसीसीआई ने टीम इंडिया का स्क्वाड पहले ही घोषित कर दिया है। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया भी जल्द ही अपनी टीम की घोषणा करेगा। इस बीच, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपने संभावित खिलाड़ियों में एक ऐसे खिलाड़ी को शामिल किया है, जो भारतीय टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। यह खिलाड़ी हैं जोस इंग्लिस, जिन्हें हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट ओपनर के रूप में प्राथमिकता दी जा रही है।
डेविड वॉर्नर का रिप्लेसमेंट बनने के करीब इंग्लिस
डेविड वॉर्नर ने कुछ समय पहले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है, और ऑस्ट्रेलिया को उनके स्थान पर एक मजबूत ओपनर की जरूरत है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने संकेत दिया है कि इंग्लिस भारत के खिलाफ इस सीरीज में बतौर ओपनर अपना टेस्ट डेब्यू कर सकते हैं। बेली ने इंग्लिस के मौजूदा फॉर्म की तारीफ करते हुए बताया कि उनकी बल्लेबाजी शैली और अनुभव उन्हें इस भूमिका के लिए उपयुक्त बनाते हैं। ट्रॉफी के पहले मैच का आयोजन पर्थ में होगा, और वहां की पिच पर इंग्लिस का आक्रामक खेल भारत के गेंदबाजों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
जोस इंग्लिस का प्रभावशाली करियर और भारत के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन
जोस इंग्लिस का इंटरनेशनल करियर हाल के वर्षों में उभरकर सामने आया है, और उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया के लिए अहम पारियां खेली हैं। भारत के खिलाफ उनका प्रदर्शन भी काफी प्रभावशाली रहा है, जिससे भारतीय टीम को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। वनडे और टी20 दोनों फॉर्मेट में इंग्लिस ने बेहतरीन खेल दिखाया है। उन्होंने अब तक 23 वनडे में 447 रन बनाए हैं और टी20 में 26 मैचों में 679 रन बनाए हैं। इसके अलावा, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उनका करियर दमदार रहा है, जहां उन्होंने 57 मैचों में 3029 रन बनाए और 7 शतक अपने नाम किए हैं।
बेली का बयान और इंग्लिस का शानदार फॉर्म
ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में बताया कि जोस इंग्लिस इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं और उनकी तकनीकी क्षमता और निरंतरता उन्हें टीम में शामिल करने के लिए उपयुक्त बनाती है। बेली ने कहा कि इंग्लिस का यह फॉर्म उन्हें साल भर होने वाली सीरीज में टीम के लिए एक मूल्यवान खिलाड़ी बना सकता है। भारत में तेज गेंदबाजी के खिलाफ उनके पिछले प्रदर्शन को देखते हुए, ऑस्ट्रेलिया के पास एक नए खिलाड़ी के रूप में इंग्लिस का उपयोग करने का मौका है, जो भारतीय गेंदबाजों को चकमा देने में सक्षम हो सकते हैं।
टीम इंडिया के लिए दोहरी चुनौती
जोस इंग्लिस का मौजूदा फॉर्म और उनका आक्रामक अंदाज निश्चित ही टीम इंडिया के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। वॉर्नर के जाने के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह इंग्लिस में भरोसा दिखाया है, उससे साफ है कि भारतीय टीम को इंग्लिस को हल्के में लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान पिच पर इंग्लिस की आक्रामकता और उनकी क्षमता, भारतीय गेंदबाजों की परीक्षा ले सकती है।बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का यह सीजन दोनों टीमों के लिए अहम है, लेकिन जोस इंग्लिस की मौजूदगी से ऑस्ट्रेलिया को एक बढ़त मिल सकती है। अब देखना यह है कि टीम इंडिया किस तरह इस नई चुनौती का सामना करती है।