South Cinema / घर बैठे OTT पर देख डालिए 147 मिनट की ये साउथ हिस्टोरिकल ड्रामा

साउथ सुपरस्टार सूर्या की फिल्म कंगूवा रिलीज के 6 दिनों में केवल 60 करोड़ का कलेक्शन कर पाई है, जबकि इसका बजट 350 करोड़ रुपये है। प्रतियोगिता में भूल भुलैया 3 और सिंघम अगेन से चुनौती मिल रही है। प्रदूषण भी दर्शकों की थिएटर उपस्थिति पर असर डाल रहा है।

Vikrant Shekhawat : Nov 21, 2024, 08:00 AM
South Cinema: साउथ सुपरस्टार सूर्या की बहुप्रतीक्षित फिल्म कंगूवा ने 4 दिन पहले बड़े पर्दे पर दस्तक दी। हालांकि, शुरुआती कलेक्शन फिल्म के मेकर्स की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। भव्य सेट, बड़े बजट और दमदार स्टारकास्ट के बावजूद फिल्म अब तक दर्शकों को ज्यादा आकर्षित करने में विफल रही है।

फिल्म की कहानी: ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में साहस की गाथा

कंगूवा एक ऐतिहासिक एक्शन-ड्रामा है, जो तमिलाकाम के राजा वेल परी के जीवन से प्रेरित है। वेल परी अपनी उदारता और साहस के लिए जाने जाते थे। फिल्म में चोल, पंड्या और चेर साम्राज्यों के बीच के संघर्ष को दिखाया गया है, जिसने तमिलाकाम को राजनीतिक अशांति में धकेल दिया था। राजा वेल परी के साहसिक फैसले और उनकी वीरता को इस फिल्म में जीवंत किया गया है।

350 करोड़ का भारी बजट, लेकिन कमजोर प्रदर्शन

फिल्म का बजट लगभग 350 करोड़ रुपये बताया जा रहा है, लेकिन शुरुआती चार दिनों में यह बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 60 करोड़ रुपये ही कमा पाई। ऐसे में फिल्म का पहला सप्ताह भी बजट के आधे आंकड़े तक पहुंचने में मुश्किल नजर आ रहा है। हिंदी पट्टी में भी फिल्म का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है, जहां इसे अपेक्षित दर्शक नहीं मिल पाए।

कड़ी प्रतिस्पर्धा और बाहरी कारणों का असर

कंगूवा को मौजूदा समय में भूल भुलैया 3 और सिंघम अगेन जैसी हिट फिल्मों से कड़ी टक्कर मिल रही है। ये दोनों फिल्में अभी भी दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में कामयाब हो रही हैं। इसके अलावा, प्रदूषण जैसे बाहरी कारकों के कारण भी लोग सिनेमा जाने से बच रहे हैं।

क्या 'कंगूवा' के लिए आगे की राह आसान होगी?

ऐतिहासिक कहानियों और भव्यता के बावजूद, फिल्म का धीमा प्रदर्शन इसके भविष्य पर सवाल खड़े कर रहा है। यदि फिल्म आने वाले दिनों में खास तौर पर वीकेंड में दर्शकों का ध्यान आकर्षित नहीं कर पाई, तो इसे भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

'कंगूवा' के लिए एक सीख

सूर्या की कंगूवा यह साबित करती है कि केवल बड़े बजट और स्टार पावर से सफलता की गारंटी नहीं मिलती। दर्शकों को आकर्षित करने के लिए मजबूत कहानी और भावनात्मक जुड़ाव की जरूरत होती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म आने वाले समय में अपनी रफ्तार कैसे पकड़ती है।