भारत में कोविड-19 / कोविड-19 के सक्रिय मामले कुल कोविड मामलों का केवल 22% हैं, ठीक होने वालों की संख्या अब 26 लाख

केंद्र की कार्यनीति और विभिन्न स्तर पर टेस्ट, ट्रैक तथा ट्रीट यानी परीक्षण, निगरानी और उपचार के दृष्टिकोण का लगातार अनुसरण करने से भारत में कोविड-19 बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है और मृत्यु दर में कमी भी आ रही है। पिछले पांच महीनों में, कोविड -19 के कुल मामलों में से 3/4 से अधिक संक्रमित लोग स्वस्थ हो चुके हैं और अब कुल मामलों के 1/4 से भी कम सक्रिय मामले रह गए हैं।

Vikrant Shekhawat : Aug 28, 2020, 09:08 PM
New Delhi | केंद्र की कार्यनीति और विभिन्न स्तर पर टेस्ट, ट्रैक तथा ट्रीट यानी परीक्षण, निगरानी और उपचार के दृष्टिकोण का लगातार अनुसरण करने से भारत में कोविड-19 बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है और मृत्यु दर में कमी भी आ रही है। पिछले पांच महीनों में, कोविड -19 के कुल मामलों में से 3/4 से अधिक संक्रमित लोग स्वस्थ हो चुके हैं और अब कुल मामलों के 1/4 से भी कम सक्रिय मामले रह गए हैं।

कोविड-19 बीमारी से अब अधिक मरीजों के ठीक होने और घरों में पृथकवास (हल्के और मध्यम मामलों में) से उबरने तथा अस्पतालों (गंभीर और अति गंभीर मामलों) से छुट्टी मिलने के साथ ही भारत में इस बीमारी से अब तक ठीक होने वाले लोगों की संख्या 26 लाख के करीब है। उपचार के बाद पिछले 24 घंटों में 60,177 मरीज ठीक हुए हैं। इन राष्ट्रीय आंकड़ों के साथ, कोविड-19 मरीजों के बीच उपचार के बाद ठीक होने की दर बढ़कर 76.28% तक पहुंच गई है।

इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या इसके सक्रिय मामलों का लगभग 3.5 गुना है, जो कुल मामलों का 21.90% है। ठीक होने वालों की बढ़ती संख्या की वजह से ठीक होने वाले और इसके सक्रिय मामलों के बीच का फासला 18 लाख से अधिक हो गया है। आज यह अंतर 18,41,925 है।

केंद्र सरकार ने बड़े स्तर पर उभरते वैश्विक संदर्भ में भारत में कोविड-19 से निपटने के लिए एक क्रमिक और उभरते हालात के अनुसार प्रतिक्रिया करने की रणनीति अपनाई है। कोविड-19 बीमारी के संक्रमित मामलों की प्रारंभिक पहचान सुनिश्चित करने के लिए घर-घर सर्वेक्षण के माध्यम से परीक्षणों की संख्या बढ़ाते हुए निगरानी और संक्रमितों के संपर्क में आने वालों का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इससे पुष्ट संक्रमित (पॉजिटिव) मामलों में हल्के और मध्यम मामलों को घरों में ही पृथकवास में डॉक्टर की निगरानी में रखना और बीमारी के गंभीर लक्षण दिखाने वाले संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना सुनिश्चित किया गया है।

केंद्र ने तीन स्तरीय कोविड समर्पित सुविधा केंद्रों- गंभीर देखभाल प्रबंधन के लिए आईसीयू बेड, वेंटिलेटर आदि के साथ समर्पित कोविड अस्पतालों (डीसीएच), ऑक्सीजन बेड और जरूरत पड़ने पर तुरंत डॉक्टर की उपलब्धता (डॉक्टर ऑन कॉल) वाले समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्रों (डीसीएचसी) और पृथकवास के लिए बेड वाले कोविड देखभाल केंद्रों (सीसीसी) के माध्यम से देश भर में अस्पतालों के बुनियादी ढांचे में सुधार करते हुए इस बीमारी के उपचार और प्रबंधन का नेतृत्व किया है। आज की तारीख में देश भर में 1723 डीसीएच,3883 डीसीएचसी और 11,689 सीसीसी हैं, जिनमें कुल 15,89,105पृथकवास बेड,2,17,128ऑक्सीजन युक्त बेड और 57,380 आईसीयू बेड हैं। कोरोना के संक्रिमत मामलों के प्रभावी उपचार के परिणामस्वरूप मृत्यु दर में लगातार गिरावट आई है। आज मृत्यु दर 1.82% दर्ज की गई है।