News18 : Sep 21, 2020, 03:35 PM
नई दिल्ली। देश तरक्की की राह पर अग्रसर है। तकनीक से लेकर अन्य क्षेत्रों तक भी भारत आगे बढ़ रहा है। लेकिन इसके बावजूद अब भी देश में कई लोग ऐसे हैं जो गरीबी में जीवन जी रहे हैं। वह अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए कोई भी काम करते हैं। ऐसी ही कहानी चेन्नई (Chennai) के एक 16 साल के लड़के की भी है। यह लड़का गरीब है। लेकिन उसने अपनी पढाई नहीं छोड़ी। वह अपनी पढ़ाई का खर्च पूरा करने के लिए शहर की नाली साफ करके पैसे कमाता था। इसके बाद अब चेन्नई पुलिस ने उसके लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।
16 साल के इस छात्र का नाम एल सैमुएल है। वह कोडनगायूर के आरआर नगर में रहता है। हाल ही में उसने 10वीं पास किया है। लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए वह ऑनलाइन क्लास नहीं ले पा रहे हैं। दरअसल वह गरीब हैं, उनके पास स्मार्टफोन नहीं है। उन्हें पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए नाली भी साफ करते देखा गया है।हालांकि उसके हालात देखकर चेन्नई पुलिस ने उनके लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया। पुलियाथोप के डिप्टी पुलिस कमिश्नी राजेश कन्नन और अन्ना नगर के डिप्टी कमिश्नर जवाहर सैमुअल ने छात्र की मदद की। इसके तहत दोनों ने उसे दो टैबलेट दिए। ताकि वह अपनी ऑनलाइन क्लास पूरी कर सके।साथ ही उसका दाखिला डॉन बॉस्को स्कूल में स्कॉलरशिप के साथ कराया गया। इसके साथ ही उसकी बहन का दाखिला NEET की कोचिंग में करवाया गया। ताकि वह भी डॉक्टर बनकर सपेन पूरे कर सके।
16 साल के इस छात्र का नाम एल सैमुएल है। वह कोडनगायूर के आरआर नगर में रहता है। हाल ही में उसने 10वीं पास किया है। लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए वह ऑनलाइन क्लास नहीं ले पा रहे हैं। दरअसल वह गरीब हैं, उनके पास स्मार्टफोन नहीं है। उन्हें पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए नाली भी साफ करते देखा गया है।हालांकि उसके हालात देखकर चेन्नई पुलिस ने उनके लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया। पुलियाथोप के डिप्टी पुलिस कमिश्नी राजेश कन्नन और अन्ना नगर के डिप्टी कमिश्नर जवाहर सैमुअल ने छात्र की मदद की। इसके तहत दोनों ने उसे दो टैबलेट दिए। ताकि वह अपनी ऑनलाइन क्लास पूरी कर सके।साथ ही उसका दाखिला डॉन बॉस्को स्कूल में स्कॉलरशिप के साथ कराया गया। इसके साथ ही उसकी बहन का दाखिला NEET की कोचिंग में करवाया गया। ताकि वह भी डॉक्टर बनकर सपेन पूरे कर सके।