Vikrant Shekhawat : May 23, 2021, 07:04 AM
जापान को अपने तेज रफ्तार बुलेट ट्रेन, समय की पाबंदी और उसके कुशल प्रबंधन के लिए जाना जाता है। इसी वजह से जापान में बुलेट ट्रेन विदेशी पर्यटकों को लुभाती है लेकिन अब वहां एक बुलेट ट्रेन चालक ने जो गलती की उसकी वजह से सैकड़ों पैसेंजर खतरे में पड़ गए थे। दरअसल जब बुलेट ट्रेन 150 किमी की ज्यादा रफ्तार से चल रही थी तो चालक केबिन छोड़कर बाथरूम चला गया।
मामला 16 मई का है जब बुलेट ट्रेन चालक केबिन छोड़कर बाहर बाथरूम जाने के लिए निकल गया। चालक ने वो भी ऐसा तब किया जब ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे (90 मील प्रति घंटे) की रफ्तार से चल रही थी। 36 वर्षीय ड्राइवर हिकारी बुलेट ट्रेन नंबर 633 के कॉकपिट से करीब तीन मिनट तक बाहर रहा।ड्राइवर ने इस दौरान एक कंडक्टर को ट्रेन की जिम्मेदारी दे दी थी जिसके पास ट्रेन चलाने के लिए लाइसेंस नहीं था, जापान के स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 8:15 बजे शिज़ुओका प्रान्त में अटामी स्टेशन और मिशिमा स्टेशन के बीच ये ट्रेन चल रही थी।जापान में बुलेट ट्रेन में मौजूद कंडक्टर लोगों को ट्रेनों में चढ़ाने और उतारने और अन्य कार्यों को संभालते हैं, लेकिन वे ट्रेन को ऑपरेट नहीं करते हैं। बुलेट ट्रेन के ड्राइवर ने बाद में माफी मांगते हुए कहा कि वो लंबे समय से टॉयलेट को रोके हुए था जिसकी वजह से उसे पेट में दर्द होने लगा था। उन्होंने कहा कि नजदीकी स्टेशन पर ट्रेन नहीं रोकी थी क्योंकि वह देरी नहीं करना चाहते थे।जेआर सेंट्रल रेलवे ने एक आधिकारिक माफीनामा जारी की है और इस घटना की सूचना बुनियादी ढांचा, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय को दी है। कंपनी ने कहा कि वह अपने कर्मचारियों के बीच नियमों और सावधानियों को लेकर जागरूकता अभियान चलाएगी। बुलेट ट्रेन ड्राइवर और कंडक्टर को अनुशासित रहने और नियमों का पालन करने के लिए बाध्य किए जाने पर विचार कर रही है। यह पहली बार है जब किसी बुलेट ट्रेन चालक ने चलती ट्रेन के कॉकपिट को खाली छोड़ दिया जबकि उसमें सवार यात्री थे।
मामला 16 मई का है जब बुलेट ट्रेन चालक केबिन छोड़कर बाहर बाथरूम जाने के लिए निकल गया। चालक ने वो भी ऐसा तब किया जब ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे (90 मील प्रति घंटे) की रफ्तार से चल रही थी। 36 वर्षीय ड्राइवर हिकारी बुलेट ट्रेन नंबर 633 के कॉकपिट से करीब तीन मिनट तक बाहर रहा।ड्राइवर ने इस दौरान एक कंडक्टर को ट्रेन की जिम्मेदारी दे दी थी जिसके पास ट्रेन चलाने के लिए लाइसेंस नहीं था, जापान के स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 8:15 बजे शिज़ुओका प्रान्त में अटामी स्टेशन और मिशिमा स्टेशन के बीच ये ट्रेन चल रही थी।जापान में बुलेट ट्रेन में मौजूद कंडक्टर लोगों को ट्रेनों में चढ़ाने और उतारने और अन्य कार्यों को संभालते हैं, लेकिन वे ट्रेन को ऑपरेट नहीं करते हैं। बुलेट ट्रेन के ड्राइवर ने बाद में माफी मांगते हुए कहा कि वो लंबे समय से टॉयलेट को रोके हुए था जिसकी वजह से उसे पेट में दर्द होने लगा था। उन्होंने कहा कि नजदीकी स्टेशन पर ट्रेन नहीं रोकी थी क्योंकि वह देरी नहीं करना चाहते थे।जेआर सेंट्रल रेलवे ने एक आधिकारिक माफीनामा जारी की है और इस घटना की सूचना बुनियादी ढांचा, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय को दी है। कंपनी ने कहा कि वह अपने कर्मचारियों के बीच नियमों और सावधानियों को लेकर जागरूकता अभियान चलाएगी। बुलेट ट्रेन ड्राइवर और कंडक्टर को अनुशासित रहने और नियमों का पालन करने के लिए बाध्य किए जाने पर विचार कर रही है। यह पहली बार है जब किसी बुलेट ट्रेन चालक ने चलती ट्रेन के कॉकपिट को खाली छोड़ दिया जबकि उसमें सवार यात्री थे।