Crime / दोस्त बना दुश्मन, शराब में जहर मिलाकर पिला दिया, हुई मौत

पुलिस ने पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भैंसों में शराब पीने से युवक की मौत के अनसुलझे रहस्य को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि जमीन के विवाद में पुरानी दुश्मनी में दोस्तों ने शराब में जहर मिलाकर उसे पी लिया था। ऐसे में जहर की वजह से युवक की मौत शराब पीने से नहीं हुई। 5 दिसंबर, 2020 को जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भैंस में शराब पीने के बाद भूपेंद्र कुर्रे नामक एक युवक की मौत हो गई।

Vikrant Shekhawat : Mar 04, 2021, 08:26 AM
जांजगीर-चांपा। पुलिस ने पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भैंसों में शराब पीने से युवक की मौत के अनसुलझे रहस्य को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि जमीन के विवाद में पुरानी दुश्मनी में दोस्तों ने शराब में जहर मिलाकर उसे पी लिया था। ऐसे में जहर की वजह से युवक की मौत शराब पीने से नहीं हुई।

5 दिसंबर, 2020 को जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भैंस में शराब पीने के बाद भूपेंद्र कुर्रे नामक एक युवक की मौत हो गई। पामगढ़ की स्थानीय पुलिस ने इस अनसुलझे रहस्य को सुलझाने का दावा किया है। दरअसल, पामगढ़ थाना क्षेत्र के गांव भैंस में रहने वाले मृतक भूपेंद्र कुर्रे के परिजनों ने पामगढ़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि भूपेंद्र अपने दोस्त शिव प्रसाद और तुलसी दिवाकर के साथ शराब पीने गया था। उसी समय उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां परिवार ने आरोप लगाया था कि भूपेंद्र के दोनों दोस्तों ने उनकी शराब में जहर मिला दिया और उनकी हत्या कर दी।

शिकायत मिलने के बाद पामगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद, यह पाया गया कि मृतक के शरीर में संदिग्ध जहर था। पुलिस ने सैंपल को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया। फोरेंसिक जांच में, यह स्पष्ट था कि मृतक के शरीर में एल्यूमीनियम फॉस्फोर था। जब पुलिस ने मृतक भूपेंद्र के दोनों दोस्तों शिव प्रसाद और तुलेश्वर दिवाकर के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज किया, तो हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। आरोपियों का कहना है कि उनके बीच जमीन को लेकर अतीत से विवाद चल रहा था और उसी दुश्मनी के कारण उन्होंने भूपेंद्र की शराब में जहर मिला दिया और उसे पी लिया। पामगढ़ पुलिस ने दोनों आरोपियों शिव प्रसाद और तुलेश्वर दिवाकर को गिरफ्तार किया और अदालत में पेश किया जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।