AMAR UJALA : Aug 03, 2020, 09:34 AM
ब्रिटेन में एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स का जननांग उसकी बांह पर उगाया गया है। दरअसल इस शख्स ने एक गंभीर रोग की वजह से अपनी मर्दानगी को खो दिया था। हालांकि अब चिकित्सकों की मदद से उसे नया जननांग मिल गया है। परंतु कोरोना वायरस की वजह से उपजे हालात में एक नई मुश्किल खड़ी हो गई है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्या है वो नई मुश्किल...
यह है पूरा मामलायह सच्ची कहानी ब्रिटेन में रहने वाले और पेशे से मैकेनिक मैल्कम मैकडॉनल्ड की है। मैकडॉनल्ड को गंभीर ब्लड इंफेक्शन के चलते अपना जननांग खोना पड़ा। हालांकि अब वह दुनिया के पहले ऐसे शख्स बन गए हैं जिनकी बांह पर जननांग है।मैकडॉनल्ड बताते हैं कि साल 2014 में मुझे एक दीर्घकालिक पेरिनेम संक्रमण का सामना करना पड़ा। इसमें मेरे हाथों-पैरों की अंगुलियां काली पड़ गईं। यहां तक कि मेरा जननांग भी काला पड़ गया। एक समय बाद मैकडॉनल्ड का ये संक्रमण इतना ज्यादा गंभीर हो गया कि मर्दानगी तक खो दी। इसके बाद मैकडॉनल्ड बेहद तनाव में चला गया और भारी मात्रा में पीने लगा।'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक मैकडॉनल्ड ने बताया कि मैंने संक्रमण के साथ सालों तक संघर्ष किया। लेकिन मुझे पता नहीं था कि क्या हो सकता है। जब मैंने देखा कि मेरा लिंग काला पड़ गया है तो मैं घबरा गया।यह किसी हॉरर फिल्म के जैसा था। मैं बुरी तरह से हताश और दहशत में था। साल 2015 में मैकडॉनल्ड का लिंग अचानक 'फर्श पर' गिर गया, हालांकि अंडकोष बरकरार रहे। मैकडॉनल्ड ने लिंग उठाकर बिन में रख दिया।
उन्होंने कहा कि मेरा जीवन अलग तरह का हो गया था, क्योंकि मुझमें कोई आत्मविश्वास नहीं था। मैं बहुत ज्यादा शराब पीने लगा था। मैंने परिवार और दोस्तों से दूरी बना ली, मैं अभी इसका सामना नहीं करना चाहता था।
दिखी आशा की किरणइसके बाद मैल्कम को एक दिन एक विशेषज्ञ के बारे में पता चला, जिसने एक बार एक ऐसे व्यक्ति के लिए 'बायोनिक लिंग' बनाया था जो इसके बिना पैदा हुआ था। लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज अस्पताल के प्रोफेसर डेविड राल्फ ने मैल्कम को कथित 'पेनिस मास्टर' के बारे में बताया। राल्फ ने ही मैल्कम से कहा कि तुम्हें आर्म ग्राफ्ट ट्रीटमेंट की जरूरत है। इसमें दो साल लग सकते हैं। मैल्कम को इससे आशा की एक किरण दिखी। इस प्रक्रिया में करीब 65,000 डॉलर का खर्च होना था।
...और बांह पर उगा दिया जननांगइसके बाद सर्जन ने मैल्कम की ही रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को लेकर एक नया लिंग तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की। लिंग के लिए त्वचा का फ्लैप मैल्कम के दाहिने हाथ से लिया गया। इसके बाद जननांग को बाजू पर प्लांट किया गया। अब इसे वापस उसकी सही जगह पर लगाया जाना है।
कोरोना महामारी ने डाली अड़चनपरंतु कोरोना वायरस महामारी और अन्य समस्याओं के कारण ये प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पाई है। मैल्कम को उम्मीद है इस साल के अंत तक उसका जननांग अपनी जगह पर प्लांट कर दिया जाएगा। मैल्कम का यह भी कहना है कि इस विचित्र 'उभार' को छुपाने के लिए उन्हें अक्सर लंबी आस्तीन की शर्ट पहननी पड़ती है। हालांकि लोग कभी-कभी इसे देख लेते हैं और फिर मजाक उड़ाने लगते हैं।
यह है पूरा मामलायह सच्ची कहानी ब्रिटेन में रहने वाले और पेशे से मैकेनिक मैल्कम मैकडॉनल्ड की है। मैकडॉनल्ड को गंभीर ब्लड इंफेक्शन के चलते अपना जननांग खोना पड़ा। हालांकि अब वह दुनिया के पहले ऐसे शख्स बन गए हैं जिनकी बांह पर जननांग है।मैकडॉनल्ड बताते हैं कि साल 2014 में मुझे एक दीर्घकालिक पेरिनेम संक्रमण का सामना करना पड़ा। इसमें मेरे हाथों-पैरों की अंगुलियां काली पड़ गईं। यहां तक कि मेरा जननांग भी काला पड़ गया। एक समय बाद मैकडॉनल्ड का ये संक्रमण इतना ज्यादा गंभीर हो गया कि मर्दानगी तक खो दी। इसके बाद मैकडॉनल्ड बेहद तनाव में चला गया और भारी मात्रा में पीने लगा।'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक मैकडॉनल्ड ने बताया कि मैंने संक्रमण के साथ सालों तक संघर्ष किया। लेकिन मुझे पता नहीं था कि क्या हो सकता है। जब मैंने देखा कि मेरा लिंग काला पड़ गया है तो मैं घबरा गया।यह किसी हॉरर फिल्म के जैसा था। मैं बुरी तरह से हताश और दहशत में था। साल 2015 में मैकडॉनल्ड का लिंग अचानक 'फर्श पर' गिर गया, हालांकि अंडकोष बरकरार रहे। मैकडॉनल्ड ने लिंग उठाकर बिन में रख दिया।
उन्होंने कहा कि मेरा जीवन अलग तरह का हो गया था, क्योंकि मुझमें कोई आत्मविश्वास नहीं था। मैं बहुत ज्यादा शराब पीने लगा था। मैंने परिवार और दोस्तों से दूरी बना ली, मैं अभी इसका सामना नहीं करना चाहता था।
दिखी आशा की किरणइसके बाद मैल्कम को एक दिन एक विशेषज्ञ के बारे में पता चला, जिसने एक बार एक ऐसे व्यक्ति के लिए 'बायोनिक लिंग' बनाया था जो इसके बिना पैदा हुआ था। लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज अस्पताल के प्रोफेसर डेविड राल्फ ने मैल्कम को कथित 'पेनिस मास्टर' के बारे में बताया। राल्फ ने ही मैल्कम से कहा कि तुम्हें आर्म ग्राफ्ट ट्रीटमेंट की जरूरत है। इसमें दो साल लग सकते हैं। मैल्कम को इससे आशा की एक किरण दिखी। इस प्रक्रिया में करीब 65,000 डॉलर का खर्च होना था।
...और बांह पर उगा दिया जननांगइसके बाद सर्जन ने मैल्कम की ही रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को लेकर एक नया लिंग तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की। लिंग के लिए त्वचा का फ्लैप मैल्कम के दाहिने हाथ से लिया गया। इसके बाद जननांग को बाजू पर प्लांट किया गया। अब इसे वापस उसकी सही जगह पर लगाया जाना है।
कोरोना महामारी ने डाली अड़चनपरंतु कोरोना वायरस महामारी और अन्य समस्याओं के कारण ये प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पाई है। मैल्कम को उम्मीद है इस साल के अंत तक उसका जननांग अपनी जगह पर प्लांट कर दिया जाएगा। मैल्कम का यह भी कहना है कि इस विचित्र 'उभार' को छुपाने के लिए उन्हें अक्सर लंबी आस्तीन की शर्ट पहननी पड़ती है। हालांकि लोग कभी-कभी इसे देख लेते हैं और फिर मजाक उड़ाने लगते हैं।