News18 : Dec 02, 2019, 10:55 AM
नई दिल्ली | तेलंगाना (Telangana) की राजधानी हैदराबाद (hyderabad) में वेटनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और फिर हत्या करके जला देने का मामला सामने आने के बाद पूरा देश गुस्से में हैं। लोग दोषियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। वहीं इस बीच कुछ ऐसे फर्जी मैसेज वायरल किए जा रहे हैं, जिसका इस घटना से कोई संबंध नहीं है। एक वायरल मैसेज में कहा जा रहा है कि किसी भी इमरजेंसी की हालत में महिलाएं 9833312222 नंबर पर मिस कॉल दें। मिस कॉल करते ही पुलिस, महिला के पास पहुंच जाएगी। इस वायरल मैसेज की जांच करने के बाद सामने आया कि यह पूरी तरह से फर्जी है।फेसबुक (Facebook) पर एक यूजर ने पोस्ट किया है - '9833312222 नंबर को अपनी पत्नी, बहनों, माताओं, दोस्तों और हर उस महिला का भेजे, जिन्हें आप जानते हैं। उनसे कहें कि वह इसे सेव कर लें ताकि किसी भी इमरजेंसी के समय वह इसका इस्तेमाल करें और पुलिस लोकेशन ढूंढ़ कर आप तक पहुंच जाएगी।'
कुछ ऐसा ही कुछ इस फेसबुक यूजर ने भी लिखा है। लेकिन यह सच नहीं हैं।
क्या है इसकी सच्चाई?दरअसल, 9833312222 फोन नंबर के जरिए पुलिस कोई सेवा प्रदान नहीं कर रही है। इस नंबर से जुड़ी सच्चाई यह है कि 9833312222 को मुंबई रेलवे पुलिस ने इसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू किया था। साल 2015 में की गई मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार 9833312222 को सिटी ट्रेन में यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए शुरू किया गया था कि अगर वह किसी संकट में हैं तो तुरंत इस पर कॉल कर सकती हैं।हालांकि अब यह नंबर बंद हो चुका है। इस बारे में खुद मुंबई रेलवे पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर सूचना जारी की गई है। फरवरी 2018 से ही यह नंबर और इसके जरिए दी जाने वाली सेवाओं को समाप्त कर दिया गया है।
कुछ ऐसा ही कुछ इस फेसबुक यूजर ने भी लिखा है। लेकिन यह सच नहीं हैं।
क्या है इसकी सच्चाई?दरअसल, 9833312222 फोन नंबर के जरिए पुलिस कोई सेवा प्रदान नहीं कर रही है। इस नंबर से जुड़ी सच्चाई यह है कि 9833312222 को मुंबई रेलवे पुलिस ने इसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू किया था। साल 2015 में की गई मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार 9833312222 को सिटी ट्रेन में यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए शुरू किया गया था कि अगर वह किसी संकट में हैं तो तुरंत इस पर कॉल कर सकती हैं।हालांकि अब यह नंबर बंद हो चुका है। इस बारे में खुद मुंबई रेलवे पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर सूचना जारी की गई है। फरवरी 2018 से ही यह नंबर और इसके जरिए दी जाने वाली सेवाओं को समाप्त कर दिया गया है।