Vikrant Shekhawat : Dec 28, 2021, 07:56 PM
नई दिल्ली: देश में कोरोना वैक्सीन की अतिरिक्त डोज यानि प्रीकाशन डोज लेने वाले 60 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों के लिए अच्छी खबर है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि प्रीकाशन डोज लेने के लिए 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अपनी गंभीर बीमारी (कोमोर्बिडिटीज) का प्रमाणपत्र दिखाने की जरूरत नहीं होगी। मंत्रालय ने बताया कि प्रीकाशन डोज लेते समय डॉक्टर से कोमोर्बिडिटीज सर्टिफिकेट दिखाने या जमा करने की जरूरत नहीं होगी।स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे कहा कि प्रीकाशन डोज लेने वाले लोगों से उम्मीद की जाती है कि वे प्रीकाशन डोज लेने का फैसला लेने से पहले अपने डाक्टर से सलाह लें।फ्रंटलाइन वर्कर्स माने जाएंगे ये कर्मचारीसरकार ने अपने फैसले में बताया कि चुनावी राज्यों में इलेक्शन ड्यूटी में तैनात कर्मचारी फ्रंटलाइन वर्कर्स की कैटेगरी में शामिल किए जाएंगे।बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर (सीईओ) और कोविन प्लेटफार्म के कामकाज के प्रमुख डा. आरएस शर्मा ने बताया था कि प्रीकाशन डोज लेने के लिए बुजुर्गों को कोमोर्बिडिटीज प्रमाणपत्र दिखाना होगा।