Live Hindustan : Oct 20, 2019, 08:11 AM
नई दिल्ली | तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एदोर्गान द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाने और तुर्की द्वारा फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) बैठक में खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रस्तावित तुर्की यात्रा को रद्द कर दिया है। पीएम मोदी एक बड़े निवेश सम्मेलन में भाग लेने के लिए 27-28 अक्तूबर को सऊदी अरब जा रहे हैं। उन्हें वहां से तुर्की जाना था, लेकिन अब वह वहां नहीं जाएंगे। पीएम की इस यात्रा के रद्द होने से साफ है भारत और तुर्की के संबंध अब बेहद तल्ख हो गए हैं।
द्विपक्षीय वार्ता के लिए पीएम मोदी की यह पहली तुर्की यात्रा थीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की द्विपक्षीय वार्ता के लिए तुर्की की यह पहली य़ात्रा होती। उन्होंने 2015 में जी-20 समिट के लिए तुर्की का दौरा किया था। इसके अलावा ओसाका में इस साल जी-20 से इतर पीएम मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एदोर्गान से मुलाकात की थी। इससे पहले जुलाई, 2018 में रेसेप तैयप एदोर्गान ने भारत का दो दिवसीय दौरा किया था। विदेश मंत्रालय ने इस दौरे के रद्द होने की खबरों पर साफ तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया, 'यह दौरा फाइनल ही नहीं हुआ था, ऐसे में रद्द होने का कोई सवाल ही नहीं उठता।'मलेशिया और तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र में लिया था भारत विरोधी स्टैंडगौरतलब है कि मलेशिया और तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने के मसले पर भारत के खिलाफ स्टैंड लिया था। जिसके बाद भारत सरकार ने मलयेशिया और तुर्की से आयात पर पाबंदी का भी फैसला लिया है। तुर्की को भारतीय नौसेना के लिए वॉरशिप बनाने की डील गंवानी पड़ गई है। भारत सरकार मलयेशिया से पाम ऑइल के इंपोर्ट को सीमित करने पर विचार कर रही है। इसके अलावा कई अन्य उत्पादों के इंपोर्ट पर भी पाबंदियां लगाई जा सकती हैं। हालांकि, आयात पर पाबंदियों को देखते हुए मलेशिया नरम पड़ गया है।
द्विपक्षीय वार्ता के लिए पीएम मोदी की यह पहली तुर्की यात्रा थीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की द्विपक्षीय वार्ता के लिए तुर्की की यह पहली य़ात्रा होती। उन्होंने 2015 में जी-20 समिट के लिए तुर्की का दौरा किया था। इसके अलावा ओसाका में इस साल जी-20 से इतर पीएम मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एदोर्गान से मुलाकात की थी। इससे पहले जुलाई, 2018 में रेसेप तैयप एदोर्गान ने भारत का दो दिवसीय दौरा किया था। विदेश मंत्रालय ने इस दौरे के रद्द होने की खबरों पर साफ तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया, 'यह दौरा फाइनल ही नहीं हुआ था, ऐसे में रद्द होने का कोई सवाल ही नहीं उठता।'मलेशिया और तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र में लिया था भारत विरोधी स्टैंडगौरतलब है कि मलेशिया और तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने के मसले पर भारत के खिलाफ स्टैंड लिया था। जिसके बाद भारत सरकार ने मलयेशिया और तुर्की से आयात पर पाबंदी का भी फैसला लिया है। तुर्की को भारतीय नौसेना के लिए वॉरशिप बनाने की डील गंवानी पड़ गई है। भारत सरकार मलयेशिया से पाम ऑइल के इंपोर्ट को सीमित करने पर विचार कर रही है। इसके अलावा कई अन्य उत्पादों के इंपोर्ट पर भी पाबंदियां लगाई जा सकती हैं। हालांकि, आयात पर पाबंदियों को देखते हुए मलेशिया नरम पड़ गया है।