Vikrant Shekhawat : Aug 20, 2024, 06:00 AM
Sheikh Hasina: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में उनके खिलाफ हत्या के दो नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिनसे उनकी राजनीतिक स्थिति और भी कठिन हो गई है। ये मामले बांग्लादेश में हाल ही में हुए एक आंदोलन के दौरान दो लोगों की मौत के संबंध में दर्ज किए गए हैं, जिनमें शेख हसीना और उनकी सरकार के पूर्व मंत्रियों को आरोपी बनाया गया है। इससे पहले भी हसीना के खिलाफ कई मामले दर्ज हो चुके हैं, लेकिन ये नए आरोप उनकी स्थिति को और जटिल बना सकते हैं।
हत्या के मामले और आरोपढाका के मीरपुर इलाके में लिटन हसन लालू उर्फ हसन की हत्या और शेर-ए-बांग्ला नगर में तारिक हुसैन की मौत के मामलों में अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं। इन घटनाओं के कारण हसीना को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था। लिटन के भाई ने ढाका मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मेंहदी हसन की अदालत में शेख हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक अब्दुल्ला अल मामून, और अन्य 148 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।शांतिपूर्ण जुलूस में गोलीबारीलिटन हसन लालू चार अगस्त को मीरपुर इलाके में चल रहे छात्र आंदोलन में शामिल हुआ था। यह आंदोलन शांतिपूर्ण था, लेकिन दोपहर करीब दो बजे हसीना की अवामी लीग पार्टी के लोगों ने जुलूस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में हसन घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। इस घटना को लेकर शेख हसीना के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।मछली व्यापारी की मौत का मामलाशेख हसीना पर दूसरा मामला मछली व्यापारी मोहम्मद मिलोन की हत्या का है। यह मामला उनकी पत्नी शहनाज बेगम ने दायर किया था, जिनके पति की 21 जुलाई को मछली बाजार से घर लौटते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शेख हसीना के साथ-साथ पूर्व सड़क परिवहन एवं पुल मंत्री ओबैदुल कादर, पूर्व विधायक शमीम उस्मान, और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान समेत 62 लोगों को आरोपी बनाया गया है।शेख हसीना की स्थिति
शेख हसीना की स्थिति इन मामलों के चलते और अधिक संवेदनशील हो गई है। बांग्लादेश की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है, लेकिन ये नए आरोप उनके राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। अब देखना होगा कि इन मामलों में आगे क्या होता है और शेख हसीना और उनके सहयोगियों पर लगाए गए आरोपों का न्यायालय में क्या निर्णय होता है।
हत्या के मामले और आरोपढाका के मीरपुर इलाके में लिटन हसन लालू उर्फ हसन की हत्या और शेर-ए-बांग्ला नगर में तारिक हुसैन की मौत के मामलों में अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं। इन घटनाओं के कारण हसीना को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था। लिटन के भाई ने ढाका मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मेंहदी हसन की अदालत में शेख हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक अब्दुल्ला अल मामून, और अन्य 148 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।शांतिपूर्ण जुलूस में गोलीबारीलिटन हसन लालू चार अगस्त को मीरपुर इलाके में चल रहे छात्र आंदोलन में शामिल हुआ था। यह आंदोलन शांतिपूर्ण था, लेकिन दोपहर करीब दो बजे हसीना की अवामी लीग पार्टी के लोगों ने जुलूस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में हसन घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। इस घटना को लेकर शेख हसीना के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।मछली व्यापारी की मौत का मामलाशेख हसीना पर दूसरा मामला मछली व्यापारी मोहम्मद मिलोन की हत्या का है। यह मामला उनकी पत्नी शहनाज बेगम ने दायर किया था, जिनके पति की 21 जुलाई को मछली बाजार से घर लौटते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शेख हसीना के साथ-साथ पूर्व सड़क परिवहन एवं पुल मंत्री ओबैदुल कादर, पूर्व विधायक शमीम उस्मान, और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान समेत 62 लोगों को आरोपी बनाया गया है।शेख हसीना की स्थिति
शेख हसीना की स्थिति इन मामलों के चलते और अधिक संवेदनशील हो गई है। बांग्लादेश की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है, लेकिन ये नए आरोप उनके राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। अब देखना होगा कि इन मामलों में आगे क्या होता है और शेख हसीना और उनके सहयोगियों पर लगाए गए आरोपों का न्यायालय में क्या निर्णय होता है।