Vikrant Shekhawat : May 08, 2022, 08:38 PM
मदर्स डे पर मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक मां की परेशानी भरी कहानी सामने आई है। यहां पर 95 वर्षीय बुजुर्ग महिला पूनिया बाई उज्जैन डीएम आशीष सिंह के पास पहुंची। महिला ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि उसका परिवार भू-माफियाओं से बेहद परेशान है। उन्होंने बताया कि वह 10 साल से सरकारी विभागों के चक्कर लगा रही हैं। साथ ही जमीन से कब्जा छुड़ाने के लिए दबंग लोगों से लड़ाई लड़ रही हैं। महिला का बेटा उसे गोद में उठाकर कलेक्टर के सामने लेकर पहुंचा था। कई बार कर चुके हैं शिकायतपूनिया बाई के बेटे सुनील लोट ने आरोप लगाया कि देवराज पिता हंसराज और तिलक राज पिता हंसराज ने क्षेत्र में अवैध रूप से कॉलोनी बना ली है। यहां पर पक्के निर्माण की अनुमति प्रतिबंधित होने के बाजवूद उन्होंने ऐसा किया है। महिला के मुताबिक 15 फरवरी 2021 को नामांतरण भी उनके हक में हो चुका है। सुनील ने एडीएम से लेकर तहसीलदार को भी आवेदन दिया। इसमें उन्होंने बताया कि जमीन पैतृक है और देवराज व तिलक राज भाइयों ने 2012 से कब्जा कर रखा है। उनके मुताबिक तब से ही सीएम हेल्पलाइन और विभिन्न विभागों में शिकायत की जा चुकी है। आदेश के बावजूद कब्जा बरकरारमुख्यमंत्री हेल्पलाइन और कलेक्टर ऑफिस में 10 साल बाद भी शिकायत न सुने जाने पर डीएम और निगमायुक्त ने हैरानी जताई। उन्होंने लोट परिवार से पूछताछ की तो पता चलाकि 28 जनवरी 2012 को भी उज्जैन नगर पालिका निगम से एक नोटिस हंसराज तिलक और राजलोट निवासी भेरूगढ़ के नाम पर जारी हुआ था। इसमें 7 दिनों के अंदर अवैध निर्माण हटाने के लिए कहा गया था। बावजूद इसके 10 साल बाद भी कब्जा बरकरार है। सुनील लोट के मुताबिक दस्तावेजों में भी हमारा नाम है।