War / कभी भी छिड़ सकती है यूक्रेन-रूस में जंग, US ने अपने नागरिकों से कहा- 'वापस लौट आओ'

यूक्रेन पर रूसी हमले की बढ़ती आशंका के बीच अमेरिका ने अपने नागरिकों से वापस लौटने को कहा है.अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन मे अमेरिकी दूतावास में कार्यरत सभी अमेरिकी कर्मियों के परिवारों को तत्काल यूक्रेन छोड़ने का आदेश दिया.मंत्रालय ने कहा कि दूतावास में कार्यरत गैर-जरूरी कर्मी सरकारी खर्चे पर देश छोड़कर आ सकते हैं.बता दें कि यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों की बढ़ती मौजूदगी से स्थिति सुधरने के बजाए बिगड़ती जा रही है

Vikrant Shekhawat : Jan 24, 2022, 12:05 PM
यूक्रेन पर रूसी (Ukraine-Russia Tension) हमले की बढ़ती आशंका के बीच अमेरिका (America) ने अपने नागरिकों से वापस लौटने को कहा है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन स्थित अमेरिकी दूतावास में कार्यरत सभी अमेरिकी कर्मियों के परिवारों को तत्काल यूक्रेन छोड़ने का आदेश दिया है. मंत्रालय ने यह भी कहा कि दूतावास में कार्यरत गैर-जरूरी कर्मी सरकारी खर्चे पर देश छोड़कर आ सकते हैं. बता दें कि यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों की बढ़ती मौजूदगी से स्थिति सुधरने के बजाए बिगड़ती जा रही है.   

खुला रहेगा अमेरिकी दूतावास 

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) और रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव (Sergey Lavrov) ने तनाव कम करने के लिए शुक्रवार को बातचीत भी की, लेकिन सफलता नहीं मिली. विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि कीव स्थित अमेरिकी दूतावास खुला रहेगा और इस घोषणा का मतलब यूक्रेन से अमेरिकी अधिकारियों को निकाला जाना नहीं है. उन्होंने कहा कि इस कदम पर लंबे समय से चर्चा हो रही थी और इसका अर्थ यह नहीं है कि अमेरिका यूक्रेन के प्रति समर्थन को कम कर रहा है.

Russia ने खारिज किया दावा

वहीं, रूस के विदेश मंत्रालय ने रविवार को ब्रिटेन का यह दावा खारिज कर दिया कि उनका देश यूक्रेन की सरकार को रूस समर्थित प्रशासन से बदलना चाहता है और यूक्रेन के पूर्व सांसद येवेनी मुरायेव इसके लिए संभावित उम्मीदवार हैं. गौरतलब है कि मुरायेव रूस समर्थक छोटी पार्टी ‘नाशी’ के प्रमुख हैं, जिसके पास वर्तमान में यूक्रेन की संसद में कोई सीट नहीं है. ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के कई अन्य नेताओं का नाम लिया, जिनके बारे में कहा गया कि उनके रूसी खुफिया सेवाओं के साथ संबंध रहे हैं.

‘रूस समर्थक नेताओं का दौर खत्म’

मुरायेव ने न्यूज एजेंसी AP को बताया कि ब्रिटेन का दावा हास्यास्पद है और रूसी सुरक्षा को खतरा होने के आधार पर 2018 के बाद से रूस में उनका प्रवेश वर्जित है. उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध यूक्रेन के सबसे बड़े रूस समर्थक नेता एवं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मित्र विक्टर मेदवेदचुक के साथ संघर्ष के मद्देनजर लगाया गया है. ‘नाशी’ पार्टी को रूस के प्रति सहानुभूति रखने वाली माना जाता है, लेकिन मुरायेव ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, ‘पश्चिम समर्थन और रूस समर्थक नेताओं का दौर यूक्रेन में हमेशा के लिए समाप्त हो गया है’.

‘NATO देश बढ़ा रहे तनाव’

उधर, यूक्रेन के राजनीतिक विश्लेषक वोलोदिमिर फेसेंको ने मुरायेव को यूक्रेन में रूसी खेमे का अहम नेता बताया, लेकिन साथ ही कहा कि मुरायेव दूसरे स्थान के खिलाड़ी हैं. मुझे नहीं लगता कि मुरायेव का क्रेमलिन से सीधा संपर्क है।. रूस के विदेश मंत्रालय ने भी ब्रिटेन के इस दावे को खारिज किया है. मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा, ‘ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय द्वारा फैलाई जा रही झूठी जानकारी इस बात को पुख्ता तौर पर प्रमाणित करती है कि नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) देश यूक्रेन के आसपास तनाव को बढ़ा रहे हैं. हम ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय से उकसावे वाली गतिविधियां बंद करने का अनुरोध करते हैं.

भेजे टैंक भेदी हथियार

ब्रिटेन की सरकार ने यह दावा एक खुफिया आकलन के आधार पर किया है, लेकिन इसके समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया है. ब्रिटेन ने यह आरोप ऐसे वक्त लगाया है जब रूस और पश्चिमी देशों के बीच यूक्रेन को लेकर तनाव चरम पर है. ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज़ ट्रस ने कहा कि यह जानकारी यूक्रेन का विनाश करने के इरादे से की जा रही रूसी गतिविधि पर प्रकाश डालती है और क्रेमलिन की सोच को दर्शाती है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अपनी सेना की किसी भी बड़ी रणनीतिक भूल के लिए रूस को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. ब्रिटेन ने संभावित रूसी हमले से यूक्रेन की रक्षा को मजबूत करने के प्रयासों के तहत वहां टैंक भेदी हथियार भेजे हैं.