Vikrant Shekhawat : Nov 13, 2021, 07:26 AM
Cricket: जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने आईपीएल 2021 में हैदराबाद सनराइजर्स की तरफ से खेलते हुए सनसनी फैला दी थी. 21 साल के यंग पेसर ने आईपीएल के दौरान 150 किमी प्रति घंटे से गेंदबाजी की थी. जिसकी वजह से उन्हें आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के साथ नेट बॉलर के तौर पर चुना गया था.इसके अलावा, मलिक को दक्षिण अफ्रीका 'ए' के खिलाफ चार दिवसीय सीरीज के लिए भारत की टीम 'ए' में शामिल किया गया है.'हमारा बच्चा एक दिन भारत के लिए खेले'उमरान मलिक की इन कामयाबियों ने उनके पिता अब्दुल राशिद को बेहद खुशी दी है. इस बीच, राशिद ने शुक्रवार को फोन पर बातचीत में आईएएनएस से कहा, 'वो मुझसे कहता है, पापा मैं भारत के लिए खेलना चाहता हूं.' हमारी दुआएं हमेशा उनके साथ रही हैं. हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि हमारा बच्चा एक दिन भारत के लिए खेले. अब उनका नाम भारत की टीम ए में आ गया है.टीम इंडिया में सेलेक्शन की उम्मीदउमरान मलिक ने कहा है कि मुझे उम्मीद है कि फ्यूचर में उनका नाम भारतीय टीम में भी आ जाएगा.उन्होंने बताया, 'वो हमारा बच्चा नहीं है, वो मुल्क का बच्चा है. अब हमारी इकलैती ख्वाहिश उसे अच्छा खेलते हुए देखने की है, जिससे देश को गर्व हो. हम बेहद खुश हैं. पूरा जम्मू-कश्मीर और भारत इस बच्चे के लिए खुश है. पूरा देश उसकी तारीफ कर रहा है. क्योंकि उन्होंने बहुत अच्छी गेंदबाजी की है.IPL 2021 में दिखाया दमआईपीएल 2021 में तेज गेंदबाज टी नटराजन की कोविड-19 पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उमरान मलिक को सनराइजर्स हैदराबाद में जगह दी गई थी. इसके बाद, उन्होंने आईपीएल में अपनी बॉलिंग स्पीड से सबको हैरान करते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया. इस बीच, भारतीय कप्तान विराट कोहली सहित कई क्रिकेटरों का ध्यान उनकी तरफ गया था.150 किमी की स्पीड से फेंकी गेंदअब्दुल राशिद ने अपने बेटे की स्पीड का श्रेय अल्लाह को दिया है, जिसे मलिक ने आईपीएल 2021 की टॉप-10 सबसे तेज गेंदों में अपना नाम दर्ज किया था. उन्होंने अधिकतम 152.95 किलोमीटर प्रति घंटे की गेंद डालकर गेंदबाजों में दूसरे स्थान पर रहे थे.कॉलेज में करता था प्रैक्टिसअब्दुल राशिद ने कहा, 'मलिक ने कहीं से कुछ नहीं सीखा. वह उनकी अपनी ताकत है जो वह क्रिकेट एकेडमी के साथ-साथ कॉलेज में भी जाकर प्रैक्टिस करते थे. अल्लाह ने उन्हें अच्छी गेंदबाजी करने की ताकत दी है.''उमरान में काफी दम है'अब्दुल राशिद ने कहा, 'उनमें काफी दम है और वह पूरे दिन क्रिकेट खेलते थे. वो सुबह 10 बजे निकल जाते थे और शाम 7 बजे वापस आते थे. प्रैक्टिस के लिए निकलते वक्त वो अपने साथ 3-4 बोतल पानी की ले जाते थे. वो कहता था कि पापा मुझे प्रैक्टिस के लिए जाना है.'उमरान के अब्बू बेचते हैं फलमलिक जम्मू के गुज्जर नगर के एक साधारण परिवार से आते हैं. फल बेचने वाले राशिद का कहना है कि उनका परिवार हमेशा उनके बेटे को क्रिकेट खेलने के लिए सपोर्ट करता है. वो तीन-चार साल का था जबसे उसकी क्रिकेट में दिलचस्पी थी. हमने उसे क्रिकेट खेलने से कभी नहीं रोका. उसे खेल खेलने के लिए जो कुछ भी चाहिए था, हमने उसे वह सब कुछ प्रदान किया.