विदेश / 5 से 11 साल के बच्चों के लिए फाइज़र की कोविड-19 वैक्सीन को अमेरिका ने दी मंज़ूरी

अमेरिका ने शुक्रवार को 5-11 साल के बच्चों के लिए फाइज़र की कोविड-19 की वैक्सीन को मंज़ूरी दे दी। फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन की कार्यवाहक कमिश्नर जेनेट वुडकॉक ने कहा है, "कोविड-19 के खिलाफ छोटे बच्चों का टीकाकरण हमें सामान्य स्थिति में लौटने के करीब लाएगा।" यूएस सेंटर्स फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन बताएगा कि डोज़ कैसे लगाई जाएगी।

Vikrant Shekhawat : Oct 30, 2021, 12:54 PM
FDA Approved Vaccine For Children 5 to 11 Years: अमेरिका में अब 5 से 11 साल तक के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. शनिवार को अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने बच्चों के टीके को मंजूरी दे दी. फाइजर-बायोटेक (Pfizer Biontech Vaccine) पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिससे अमेरिका के एफडीए (Food and Drug Administration) ने 5 से 11 साल के बच्चों के टीके को मंजूरी दी है.

अमेरिका में 60 लाख से ज्यादा बच्चे कोरोना से हुए संक्रमित

इस मंजूरी के बाद फाइजर बायोटेक (Pfizer and BioNTech) ने कहा कि यह वैक्सीन की दो डोज बच्चों को 21 दिन के अंतराल पर दी जाएगी. फाइजर के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अल्बर्ट बोला ने कहा, 'अमेरिका में 60 लाख से ज्यादा बच्चे कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसके अलावा बहुत से कम उम्र के लोग और युवा भी इस महामारी (Corona Pandemic) की चपेट में आ चुके हैं. वैक्सीन के आ जाने से बच्चों को बेहतर सुरक्षा मिलेगी और कोरोना से इस जंग में यह अपनी बड़ी भूमिका निभाएगा. इस वैक्सीन से हम बच्चे, उनके परिवार और समाज सभी की रक्षा कर पाएंगे.'

कोरोना के कारण बच्चों पर पड़ा बुरा प्रभाव

लेकिन, बच्चों का वैक्सीनेशन (Vaccination For Children)  शुरू होने से पहले अमेरिका की FDA इस वैक्सीन के बारे में मंगलवार को और विस्तृत जानकारी लेगी. इसके बाद ही बच्चों का वैक्सीनेशन प्रोग्राम को शुरू किया जाएगा. FDA चीफ डॉक्टर पीटर ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण सिर्फ आर्थिक नुकसान ही नहीं बल्कि सामाजिक नुकसान भी हुआ है. बच्चों पर महामारी का बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. महामारी ने बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ सामाजिक विकास पर भी बहुत बुरा प्रभाव डाला है.    

आपको बता दें कि 5 से 11 साल के करीब 70 फीसदी संक्रमित हुए बच्चों को कोरोना महामारी में गंभीर लक्षणों का सामना करना पड़ा है. इसके साथ ही यह अस्थमा और मोटापे जैसे बीमारियों का भी बड़ा कारण बना है.