Coronavirus / अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर कहा- हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन है कोविड-19 की दवा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना वायरस संक्रमण की प्रभावी दवा है। उन्होंने देश के अग्रणी संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ। एंथनी फौसी की विश्वसनीयता को भी चुनौती दी है। वहीं, फौसी ने कहा कि वह अपना काम करना जारी रखेंगे। कई अध्ययनों से निष्कर्ष निकला है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोविड-19 का प्रभावी उपचार नहीं है।

News18 : Jul 29, 2020, 07:45 AM
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने एक बार फिर कहा है कि मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की प्रभावी दवा है। उन्होंने देश के अग्रणी संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ। एंथनी फौसी की विश्वसनीयता को भी चुनौती दी है। वहीं, फौसी ने कहा कि वह अपना काम करना जारी रखेंगे। कई अध्ययनों से निष्कर्ष निकला है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोविड-19 का प्रभावी उपचार नहीं है।


एफडीए ने भी इस दवा के इस्तेमाल की अनुमति वापस ली

यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने भी हाल में कोविड-19 के आपात उपचार में इस दवा के इस्तेमाल की अनुमति को वापस ले लिया था। कोविड-19 टीके के विकास को प्रोत्साहन देने के लिए नॉर्थ कैरोलिना गए ट्रंप ने वहां से लौटने के बाद सिलसिलेवार ट्वीट किए और महामारी के उपचार में मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का समर्थन किया।


चीन के सीडीसी प्रमुख ने भी कोरोना का टीका लगवाया, कहा- यह हमें बचाएगा

ट्रंप ने एक ऐसा पोस्ट भी साझा किया जिसमें फौसी पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है। व्हाइट हाउस कोरोना वायरस कार्यबल के अग्रणी सदस्य फौसी मंगलवार को एबीसी के ‘गुड मॉर्निंग अमेरिका’ कार्यक्रम में दिखे और कहा कि वह मुद्दे पर एफडीए के साथ हैं तथा वह अपना काम करना जारी रखेंगे।


ट्रंप सरकार बेरोजगारी भत्ते की रकम घटाएगी

ट्रंप सरकार जल्द ही बेरोजगारी भत्ते की रकम को 600 से घटाकर सिर्फ 200 डॉलर करने की तैयारी में है। इसके आलावा रिपब्लिकन सांसदों ने प्रस्ताव रखा है कि कोरोना वायरस से हुए आर्थिक नुक़सान की भरपाई के लिए अतिरिक्त एक खरब डॉलर खर्च किए जाएं। इस रिकवरी योजना में स्कूलों को 100 अरब डॉलर और अधिकांश अमेरिकियों को 1,200 डॉलर तक की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है। वहीं डेमोक्रेट पार्टी के नेताओं ने 200 डॉलर की रकम को बेरोजगारी भत्ते के लिए काफी कम बताया है। डेमोक्रेट्स का कहना है कि सामान्य अमेरिकी का इतने में गुजारा होना नामुमकिन है। गौरतलब है कि अमेरिका पहले ही लोगों को राहत देने के लिए 2।4 खरब डॉलर से ज़्यादा खर्च कर चुका है।