Vande Bharat / दिसंबर से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन हो सकती है शुरू, इन सुविधाओं से होगी लैस

भारतीय रेलवे की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन साल के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। 20 सितंबर को इसका ट्रायल बेंगलुरु से होगा और एक या दो महीने तक चलेगा। गुजरात में इसकी पहली सेवाएं शुरू होने की संभावना है। ट्रेन में स्टेनलेस स्टील बॉडी, एर्गोनोमिक टॉयलेट सिस्टम और LED स्ट्रिप्स जैसी सुविधाएं होंगी।

Vikrant Shekhawat : Aug 24, 2024, 11:40 AM
Vande Bharat: भारतीय रेलवे की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के साल के अंत तक चालू होने की उम्मीद है। 2019 में शुरू की गई चेयर-कार वंदे भारत ट्रेन के बाद यह श्रृंखला का तीसरा संस्करण होगा। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की पहली सेवा गुजरात में शुरू हो सकती है, हालांकि इसका आधिकारिक एलान अभी बाकी है।

ट्रेन की ट्रायल प्रक्रिया 20 सितंबर तक बेंगलुरु में बीईएमएल के प्लांट से शुरू होगी और एक या दो महीने तक चलेगी। इसके परीक्षण की संभावना उत्तर पश्चिम रेलवे ज़ोन में जताई गई है। इस स्लीपर ट्रेन में कई सुधार किए गए हैं, जैसे कि शोर को कम करने और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए विशेष तकनीकें।

वंदे भारत स्लीपर में यात्रियों को यूरोपियन नाइटजेट स्लीपर ट्रेनों के समान विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्राप्त होगा, जिसमें एलईडी स्ट्रिप्स और एर्गोनोमिक टॉयलेट सिस्टम जैसी सुविधाएं शामिल हैं। ट्रेन की अधिकतम गति 160-180 किमी प्रति घंटे होगी, और दिसंबर 2024 तक इसके परिचालन की उम्मीद है।

ट्रेन का दो महीने किया जाएगा ट्रायल

इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई के महाप्रबंधक यू सुब्बा राव ने एक मीडिया संस्थान को बताया कि वंदे भारत की पहली स्लीपर ट्रेन 20 सितंबर तक बेंगलुरु में भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) के प्लांट से रवाना होने की उम्मीद है। इसके बाद इसका ट्रायल रन किया जाएगा। इसका ट्रायल एक या दो महीने तक चलेगा। उन्होंने कहा कि हाई-स्पीड ट्रेन का ट्रायल उत्तर पश्चिम रेलवे ज़ोन पर किए जाने की संभावना है।

वंदे भारत स्लीपर में ये होगा खास

एक सूत्र ने कहा कि चेयर कार वंदे भारत ट्रेन से मिले फीडबैक के आधार पर शोर को कम करने और मवेशियों की टक्कर को बेहतर ढंग से झेलने के लिए फ्रंट नोज कोन को मजबूत करने के लिए सुधार किए जा रहे हैं। ट्रेन कवच टकराव बचाव प्रणाली से भी लैस होगी। अन्य विशेषताओं में स्टेनलेस स्टील कार बॉडी, क्रैश-योग्य यात्री सुरक्षा, जीएफआरपी आंतरिक पैनल, वायुगतिकीय डिजाइन, मॉड्यूलर पेंट्री, अग्नि सुरक्षा अनुपालन (ईएन 45545), विकलांग यात्रियों के लिए सुविधाएं, स्वचालित दरवाजे, सेंसर-आधारित इंटरकम्युनिकेशन, अग्नि अवरोधक दरवाजे शामिल हैं। एर्गोनोमिक टॉयलेट सिस्टम, यूएसबी चार्जिंग के साथ एकीकृत रीडिंग लाइट भी होगी।

वंदे भारत स्लीपर में भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को यूरोप में नाइटजेट स्लीपर ट्रेनों के समान रात भर की यात्रा पर एक विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करने की योजना बना रहा है। रात में लाइट बंद होने पर शौचालय जाने वाले यात्रियों के लिए सीढ़ी के नीचे फर्श पर एलईडी स्ट्रिप्स होंगी। ट्रेन अटेंडेंट के लिए भी अलग बर्थ होगी।

दिसंबर 2024 तक ट्रेन चलाने की उम्मीद

बता दें कि मई 2023 में  16-कार वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट के 10 रेक के डिजाइन और निर्माण के लिए BEML लिमिटेड को एक ऑर्डर दिया गया था। इसकी अधिकतम परिचालन गति 160-180 किमी प्रति घंटे होगी। ट्रायल रन के बाद दिसंबर 2024 तक इसे चालू किया जा सकता है।