बॉलीवुड / निर्देशक ने कहा- ‘तो इस वजह से इंडस्ट्री बर्बादी की ओर बढ़ती है’

बॉलीवुड में एक्टर्स की फीस को लेकर हाल के कुछ महीनों में एक नई बहस उभरकर सामने आई है। खासकर कोरोना काल के बाद जब ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अपना बजट तक नहीं निकाल पार रही हैं। फिल्म का जो बजट होता है उसका बड़ा हिस्सा लीड एक्टर को चला जाता है। इससे निर्माताओं को ज्यादा फायदा नहीं होता है। अगर फिल्म नहीं चलती तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है।

Vikrant Shekhawat : Oct 28, 2022, 03:24 PM
बॉलीवुड में एक्टर्स की फीस को लेकर हाल के कुछ महीनों में एक नई बहस उभरकर सामने आई है। खासकर कोरोना काल के बाद जब ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अपना बजट तक नहीं निकाल पार रही हैं। फिल्म का जो बजट होता है उसका बड़ा हिस्सा लीड एक्टर को चला जाता है। इससे निर्माताओं को ज्यादा फायदा नहीं होता है। अगर फिल्म नहीं चलती तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। निर्देशक सुभाष घई ने एक इंटरव्यू में कहा कि स्टार्स को 100 करोड़ मिलते हैं। एक डायरेक्टर के तौर पर उन्हें 125 करोड़ तो मिलना ही चाहिए क्योंकि फिल्म उन्होंने बनाई है। 'द कश्मीर फाइल्स' के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने सुभाष घई का सपोर्ट किया है।

लीड एक्टर की भारी-भरकम फीस पर निर्देशक का ट्वीट

बॉलीवुड में स्टार्स सिस्टम को लेकर विवेक अग्निहोत्री ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, पिछले कुछ समय में जो भी फिल्में आई हैं लोग उनके निर्देशक और डायरेक्टर को नहीं जानते। विवेक लिखते हैं, 'सुभाष घई ने बिल्कुल सही कहा है। एक इंडस्ट्री जो निर्देशक/लेखक का सम्मान नहीं करता है, वह किसी ना किसी दिन बर्बाद होने के लिए मजबूर हो जाती है।  

क्या आपने कोविड के बाद रिलीज हुई किसी फिल्म में देखा है जहां लेखक और डायरेक्टर सबसे आगे हैं? ज्यादातर फिल्मों में आपको उनके बारे में पता भी नहीं होगा वो कौन हैं।'

सुभाष घई ने क्या कहा

इससे पहले बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में सुभाष घई कहते हैं, 'स्टार्स को 100 करोड़ मिलते हैं बहुत अच्छी बात है लेकिन मुझे भी सवा सौ करोड़ तो मिलने चाहिए ना। फिल्म तो मैंने बनाई है ना। लेकिन सवा सौ करोड़ प्रोड्यूसर मुझे देगा कैसे क्योंकि सारा पैसा तो वो ले गया। फिल्म का 80-90 प्रतिशत पैसा स्टार्स ले जा रहे हैं। 20 प्रतिशत में प्रोड्यूसर काम कर रहा है। फिर आपने 80 प्रतिशत लेने के साथ-साथ पूरी क्रिएटिव चीजें भी अपने हाथ में ले ली।'