Vikrant Shekhawat : Sep 04, 2021, 08:23 AM
सियोल: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने यूनाइटेड नेशंस समर्थित कोरोना वायरस टीकों को ठुकराने के बाद अधिकारियों से 'अपने स्टाइल' में महामारी को रोकने के लिए अभियान चलाने का आदेश दिया है। कोरियन सरकारी मीडिया ने बताया है कि एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए किम ने कोरोना से निपटने को लेकर आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है, 'यह ध्यान रखना चाहिए कि कोरोना महामारी करोकथाम को कड़ा करना सबसे महत्वपूर्ण काम है, जिसे एक क्षण के लिए भी ढीला नहीं किया जाना है।' उन्होंने कोरोना वायरस रोकथाम प्रणाली को और बेहतर करने का निर्देश दिया है।किम ने उत्तर कोरिया के लोगों से कहा है कि वह लंबे वक्त के लिए कोरोना वायरस प्रतिबंधों को लेकर तैयार रहें। कोरोना महामारी की शुरुआत से उत्तर कोरिया ने वायरस को रोकने के लिए सख्त क्वारंटाइन नियम लागू किए हैं। कोरिया ने अपने देश के बॉर्डर बंद किए हैं। हालंकि इस सबके बावजूद उत्तर कोरिया के पूरी तरह से कोविड-19 से मुक्त होने के दावे को लेकर दुनिया भर के एक्सपर्ट्स संतुष्ट नहीं हैं।हाल ही में उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसके देश को संयुक्त राष्ट्र अभियान के तहत मिले 30 लाख कोरोना टीके उन देशों को दे दिए जाएं जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं। उत्तर कोरिया का कहना है उसके देश में कोरोना नहीं है और इसलिए चीन की बनाई सिनोवैक वैक्सीन की डोज किसी और प्रभावित देश को दे दी जाए।यूनिसेफ के मुताबिक उत्तर कोरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वह भविष्य के टीकों पर कोवैक्स के साथ संवाद करना जारी रखेगा। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि सिनोवैक की प्रभावशीलता और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन में देखे जाने वाले खून के थक्कों पर सवाल उठाते हुए उत्तर कोरिया अन्य टीकों की मांग कर सकता है।रिपोर्ट्स बताती हैं कि किम अभिजात वर्ग के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी टीका चाहते हैं। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उत्तर कोरिया से बिना किसी भेदभाव के सभी लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन देने की अपील की थी।