Vikrant Shekhawat : Feb 18, 2021, 01:57 PM
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिला में बुधवार रात 3 दलित नाबालिग लड़कियां खेत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिलीं। इनमें से दो बच्चियों की मौत हो चुकी थी जबकि तीसरी बच्ची की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। उसका कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद से बच्चियों के गांव का माहौल बेहद गर्म है। गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। गांव में आने-जाने के रास्तों पर पुलिस ने बैरियर लगाए हैं। इसके साथ ही 19 दरोगाओं, 70 मुख्य आरक्षी, 30 सिपाहियों की अतिरिक्त तैनाती की गई। गांव में सपा के कार्यकर्ता समेत सौकड़ों लोग धरने पर बैठे हुए हैं। आइए 10 प्वाइंट्स में जानते हैं कल से लेकर अभी तक क्या हुआ-1. उन्नाव के बबुरहा गांव में बुधवार देर शाम एक खेत में तीन नाबालिग दलित लड़कियां बेहोशी की हालत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिलीं। इनमें दो की मौत हो चुकी थी, जबकि तीसरी की हालत नाजुक बनी हुई है। उसका कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीसरी बच्ची को वेंटीलेटर पर रखा गया है।2. इस घटना के तुरंत बाद लखनऊ आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह उन्नाव के असोहा थाने पहुंच गई थी। इस मामले की जांच के लिए पुलिस की छह टीमों का गठन किया है।3. घटना के बाद पुलिस प्रशासन देर रात तक असोहा के बाबूरहा गांव में डटी रही। पुलिस ने बगल के गांव से 4 लड़कों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है।4. गुरुवार तड़के सुबह पीड़िता के परिवार को पुलिस पूछताछ के लिए थाने ले गई थी। पूछताछ के बाद सभी को गांव में छोड़ दिया गया है। 5. उन्नाव के एसपी ने बताया कि मृतक लड़कियों के शरीर में चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्टया पता चला है कि जहरीला पदार्थ से उनकी हालत बिगड़ने की आशंका है। डॉक्टर ने भी यही आशंका जताई है।6. चार डॉक्टरों का पैनल मृतक दोनों नाबालिग लड़कियों का पोस्टमार्टम कर रहे हैं। पोस्टमार्टम हाउस पर भारी फोर्स की तैनाती की गई है।7. इस घटना के बाद उन्नाव के बबुरिहा गांव को छावनी में तब्दील किया गया है। गांव में आने-जाने के रास्तों पर पुलिस ने बैरियर लगाए हैं। इसके साथ ही 19 दरोगाओं, 70 मुख्य आरक्षी, 30 सिपाहियों की अतिरिक्त तैनाती की गई।8. लखनऊ बेंच की आईजी लक्ष्मी सिंह ने घटना के खुलासे के लिए 4 सीओ, 9 थानेदारों के साथ ही क्राइम ब्रांच में तैनात 3 इंस्पेक्टर को खुलासे के लिए लगाया गया है। 9. पीड़िता के गांव में सपा कार्यकर्ता समेत सैकड़ों लोग लोग धरने पर बैठे हैं। सपा कार्यकर्ता घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। सपाइयों ने पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को पूरे घटनाक्रम से अवगत भी करा दिया है। इस सूचना के बाद गांव में पुलिस और सक्रिय हो गई है।10. गुरुवार दोपहर प्रशासन मृतक लड़कियों के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है। प्रशासन की ओर से कब्र खोदने के लिए जेसीबी मशीन मंगाई गई तो ग्रामीणों और सपा के लोगों ने पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाएंगी तब तक वह लड़कियों के शव को दफनाने नहीं देंगे।