बॉलीवुड / जब नव्या नवेली बोलीं- मेहमान आने पर मां मुझे काम बताती हैं भाई को नहीं

अमिताभ बच्चन की नाति नव्या नवेली नंदा एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि बच्चन फैमिली का हिस्सा होने के नाते उनके इंस्टाग्राम पोस्ट और बयान सुर्खियों में रहते हैं। नव्या आंत्रप्रिन्योर हैं और अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश कर रही हैं। वह बेबाक होकर अपनी बात रखती हैं। नव्या का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है। इस इंटरव्यू में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव पर बात की थी।

Vikrant Shekhawat : Feb 24, 2022, 01:07 PM
बॉलीवुड | अमिताभ बच्चन की नाति नव्या नवेली नंदा एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि बच्चन फैमिली का हिस्सा होने के नाते उनके इंस्टाग्राम पोस्ट और बयान सुर्खियों में रहते हैं। नव्या आंत्रप्रिन्योर हैं और अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश कर रही हैं। वह बेबाक होकर अपनी बात रखती हैं। नव्या का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है। इस इंटरव्यू में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव पर बात की थी। नव्या ने कहा था कि उनके घर पर भी ऐसा होता है। उन्होंने बोला था कि घर की देखभाल की जिम्मेदारी किसी न किसी तरह से लड़कियों पर ही डाली जाती है।

बोलीं- मेरे घर पर भी होता है ऐसा

अभिषेक बच्चन की भांजी नव्या नवेली का एक पुराना इंटरव्यू सुर्खियों में है। इस इंटरव्यू में वह घरों में जेंडर के हिसाब से होने वाले भेदभाव पर बोल रही हैं। नव्या ने बीते साल Shethepeople से बातचीत में कहा था, मैंने ये चीज अपने घर पर भी देखी है। जब मेहमान आते हैं तो मेरी मां हमेशा मुझको बोलती हैं, ये ले आओ वो ले आओ। होस्ट की भूमिका मुझे निभानी पड़ती है जबकि मेरा भाई भी ऐसा करता है। 

बेटियों पर ही आ जाती है जिम्मेदारी

इसलिए मुझे लगता है कि अगर आप बड़े परिवार में रहते हैं या जॉइंट फैमिली में रहते हैं तो घर चलाने, मेहमानवाजी करने और होस्ट बनने की जिम्मेदारी किसी न किसी तरह बेटियों या परिवार की लड़कियों पर डाल दी जाती है। मैंने ऐसा कभी नहीं देखा कि ये जिम्मेदार किसी पुरुष या घर के छोटे लड़के को दी जाए। धीरे-धीरे लड़कियों को लगने लगता है, अच्छा घर चलाना तो हमारी ही जिम्मेदारी है।

जेंडर इक्वैलिटी प्रोजेक्ट से जुड़ी हैं नव्या

नव्या नवेली आंत्रप्रिन्योर हैं। वह प्रोजेक्ट नवेली की फाउंडर और आरा हेल्थ की को-फाउंडर हैं। नवेली एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन है जो कि महिलाओं की बराबरी को प्रमोट करता है। साथ ही उन्हें सशक्त बनाने के लिए हर जरूरी मदद करता है।