अमेरिका / जब धरती से 402 KM ऊपर एस्ट्रोनॉट ने रचा इतिहास, ISS में ऐसे हुई एंट्री

अमेरिका की प्राइवेट कंपनी स्पेसएक्स ने अपने खास रॉकेट से दो अंतरिक्ष यात्रियों को 31 मई को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचाकर इतिहास रच दिया। शनिवार को स्पेसएक्स ने नासा के साथ मिलकर अपना पहला मानव मिशन लॉन्च किया था। रविवार की रात एस्ट्रोनॉट बॉब बेनकेन और डग हर्ली ISS पहुंच गए। वीडियो में दिखाई देता है कि बॉब बेनकेन सिर हिलाकर ISS पहुंचने का इशारा करते हैं

AajTak : Jun 01, 2020, 03:28 PM
अमेरिका: की प्राइवेट कंपनी स्पेसएक्स ने अपने खास रॉकेट से दो अंतरिक्ष यात्रियों को 31 मई को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंचाकर इतिहास रच दिया। शनिवार को स्पेसएक्स ने नासा के साथ मिलकर अपना पहला मानव मिशन लॉन्च किया था।

रविवार की रात एस्ट्रोनॉट बॉब बेनकेन और डग हर्ली ISS पहुंच गए। वीडियो में दिखाई देता है कि बॉब बेनकेन सिर हिलाकर ISS पहुंचने का इशारा करते हैं

नासा के दोनों एस्ट्रोनॉट स्पेसएक्स के खास क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में यात्रा करके ISS पहुंचे। एस्ट्रोनॉट्स अब करीब 110 दिनों तक ISS में रहेंगे और फिर वापस धरती पर लौटेंगे।

ISS तक पहुंचने के लिए क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में अंतरिक्ष यात्रियों ने करीब 19 घंटे की यात्रा की। ISS धरती से करीब 402 किलोमीटर ऊपर ऑरबिट में चक्कर लगाता है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ऑरबिट में 28163 km/h की रफ्तार से चक्कर लगाता है।

लंबे सफर के बाद क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट आखिर में ISS से 220 मीटर दूर जाकर रुका और इसके बाद एस्ट्रोनॉट ने टच स्क्रीन के जरिए स्पेसक्राफ्ट को नियंत्रित किया। इस दौरान एस्ट्रोनॉट नासा और स्पेसएक्स से लाइव वेबकास्ट के जरिए जुड़े रहे।

डग हर्ली ने लाइव वेबकास्ट के दौरान बताया कि क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की उड़ान काफी अच्छी और उम्मीदों के मुताबिक ही रही।