Suryakumar Yadav / सूर्या को दिया जब जय शाह ने खास मेडल, कोच ने बताई ऐतिहासिक कैच के पीछे की कहानी

भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम को 7 रनों से हरा दिया है। इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए टीम इंडिया ने 176 रन बनाए। इसके बाद साउथ अफ्रीकी टीम 169 रनों पर ऑलआउट हो गई। आखिरी ओवर में सूर्यकुमार यादव ने एक शानदार कैच पकड़ा। जिसकी हर जगह तारीफ हो रही है। अब सूर्यकुमार यादव के कोच ने इस पर बड़ी बात कही है।

Vikrant Shekhawat : Jul 01, 2024, 07:00 AM
Suryakumar Yadav: भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम को 7 रनों से हरा दिया है। इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए टीम इंडिया ने 176 रन बनाए। इसके बाद साउथ अफ्रीकी टीम 169 रनों पर ऑलआउट हो गई। आखिरी ओवर में सूर्यकुमार यादव ने एक शानदार कैच पकड़ा। जिसकी हर जगह तारीफ हो रही है। अब सूर्यकुमार यादव के कोच ने इस पर बड़ी बात कही है। 

BCCI सचिव जय शाह ने दिया मेडल

आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीका को जीतने के लिए 16 रनों की जरूरत थी। तब भारतीय टीम के लिए गेंदबाजी की जिम्मेदारी हार्दिक पांड्या ने संभाली। पहली ही गेंद पर अफ्रीकी बैट्समैन डेविड मिलर ने हवाई स्ट्रोक खेला। ऐसा लगा कि गेंद बाउंड्री लाइन पार कर जाएगी। लेकिन सूर्यकुमार यादव ने हवा में छलांग लगाते हुए हैरतअंगेज कैच पकड़ा। उन्होंने पहले गेंद को बाउंड्री पर पकड़ा और उसे तुरंत ऊपर उछाल दिया। इसके बाद वह बाउंड्री लाइन के अंदर चले गए। फिर जल्दी से बाहर आकर गेंद को लपक लिया और मिलर की पारी का अंत किया। भारत के लिए ये विकेट बहुत ही अहम था। क्योंकि गेंद अगर छक्के के लिए चली जाती, तो टीम इंडिया के लिए मुश्किल हो सकती थी। सूर्या को इस कैच के लिए बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बेस्ट फील्डर का मेडल ड्रेसिंग रूम में आकर दिया है। 

सूर्यकुमार यादव के कोच ने कही ये बात

सूर्यकुमार यादव के कोच अशोक असवालकर ने इंडिया टीवी से बात करते हुए बताया है कि हमारा फील्डिंग सेशन बहुत टफ होता था। कैचिंग सेशन के दौरान लगातार 25 कैच की प्रैक्टिस करते थे। अगर एक भी कैच छूटा तो दोबारा उन्हें 25 कैच पकड़ने होते थे। जब प्लेयर आते थे तब उनके हाथ सफेद होते थे लेकिन जाते वक्त उनके हाथ लाल होते थे।

सूर्यकुमार यादव लगातार दो घंटे तक करते थे प्रैक्टिस

सूर्यकुमार यादव लगातार दो घंटे तक प्रैक्टिस करता था। जब टीम इंडिया में सेलेक्शन प्रक्रिया चल रही थी तब सूर्या का नाम कहीं आ नहीं रहा था। सूर्या ने एक दिन सुबह 7 बजे मुझे फोन कर कहा कि मीडिया वाले बहुत तंग कर रहे हैं। मीडिया वाले पूछ रहे थे कि मेरा सेलेक्शन क्यों नहीं हो रहा है। तब मैने सूर्य को कहा कि अभी किसी से बात मत करिए। मीडिया को कहिए कि जब मेरा सेलेक्शन हो जाएगा तब मैं आपसे बात करूंगा। मैं उसे शांत रहने की सलाह दी थी। सूर्या ने गुरु दक्षिणा हमें दे दी है। सूर्या इंडिया के लिए खेलना चाहता था लेकिन आज वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उसके पास है।