नई दिल्ली / क्यों जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम को वहां जाने के लिए अनुमति लेनी पड़ रही है: ओवैसी

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा, "क्यों जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री (गुलाम नबी आज़ाद) को जम्मू-कश्मीर जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अनुमति लेने की ज़रूरत पड़ रही है...इससे पता चलता है कि वहां सबकुछ सामान्य नहीं है।" उन्होंने कहा, "अगर सरकार सबकुछ सामान्य होने का दावा कर रही है तो राजनीति क्यों नहीं की जा सकती।"

Zee News : Sep 16, 2019, 03:23 PM
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगाए जाने का एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने विरोध किया है. ओवैसी ने कहा है, 'जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने वाला बिल लाने से पहले पीएम मोदी ने बैठकर फारूक अब्दुल्ला से बात की, लेकिन अब उन्हें अब्दुल्ला जी से खतरा हो गया है. ये कैसा खतरा है? आप एक पूर्व मुख्यमंत्री से डर रहे हैं .इसका मतलब कश्मीर सब सामान्य नहीं है. आप झूठ बोल रहे हैं.

ओवैसी ने आगे कहा, 'अलगाववादी मसरत आलम और फारूक को एक बराबर मान लिया, दोनों पर एक आरोप लगा दिया. कश्मीर जहां 100 बच्चे रह रहे थे, वहां अब 200 रह रहे हैं. बच्चों को प्रताड़ित किया जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री को अपने राज्य में जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से आज्ञा लेनी पड़ रही है. मीडिया को अभिव्यक्ति की आज़ादी नहीं दे रहे हैं.'

AIMIM नेता ने आगे कहा, 'मैं फारूक अब्दुल्ला पर पीएसए (पब्लिक सेफ्टी एक्ट) लगाने पर निंदा करता हूं. 40 दिनों से 80 साल के अब्दुल्ला साहब डिटेन (हिरासत में) हैं .आपने सबको डिटेन किया हुआ है. बीजेपी के पास कोई उत्तर नहीं है बेरोजगारी के ऊपर, इसलिए बीजेपी इकॉनमी के ऊपर से दिमाग लोगों का ध्यान हटाने का काम कर रही है.

पीएम मोदी के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड़ ट्रंप के साथ 22 सितंबर को स्टेज शेयर करने को लेकर ओवैसी ने कहा, 'पीएम मोदी से व्यापार का मसला तो हल नहीं हो रहा है और स्टेज साथ शेयर करेंगे, अफगानिस्तान में यूएस क्या कर रहा हमें नहीं मालूम पर स्टेज स्टेज शेयर करेंगे.'